अशांति और विकास साथ-साथ नहीं चल सकते- हसनैन मसूदी
जम्मू- कश्मीर, सांसद के साथ संवाद कार्यक्रम में आज अनंतनाग से निर्वाचित सांसद हसनैन मसूदी के साथ जम्मू कश्मीर के विकास कार्यक्रमों पर समग्र चर्चा प्रस्तुत है-
प्रश्न- हाल ही में 551 दिनों से जम्मू कश्मीर में प्रतिबंधित 4G इंटरनेट सेवाओं को प्रारंभ किया गया है | लॉकडाउन के दौरान जहां सरकार शिक्षा के डिजिटल माध्यम को प्रोत्साहित कर रही थी | वहीं दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर में इंटरनेट पर प्रतिबंध किस प्रकार से इस क्षेत्र के युवाओं की शिक्षा चुनौतियों को बढ़ा रहा था ?
उत्तर- सिर्फ लॉकडाउन में ही नहीं बल्कि पिछले 551 दिनों से जम्मू कश्मीर के छात्र डिजिटल माध्यम की शिक्षा से महरूम रहे हैं | इसके अतिरिक्त लॉकडाउन के दौरान विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन भी जम्मू कश्मीर के युवा इंटरनेट की अनुपलब्धता के कारण नहीं कर सके हैं | इसकी भरपाई किसी भी प्रकार से नहीं की जा सकती है | सिर्फ शिक्षा क्षेत्र ही नहीं बल्कि वह सभी क्षेत्र जिनमें डिजिटल सेवाओं की प्रमुखता है जम्मू कश्मीर की जनता ऐसी सभी सुविधाओं से महरूम रही है |
प्रश्न- हाल ही में जम्मू कश्मीर में डीडीसी चुनाव संपन्न हुए हैं केंद्र सरकार का कहना है कि इन चुनावों की सफलता केंद्र के फैसले पर मुहर लगाती है |
उत्तर- डीडीसी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को कश्मीर घाटी में 3 प्रतिशत से भी कम मत प्राप्त हुए हैं | यदि तीन प्रतिशत मतों को भारतीय जनता पार्टी अपनी सफलता के रूप में देखती है तो यह उनकी समस्या है |
प्रश्न- कहा जाता है कि धारा 370 और 35 ए जम्मू कश्मीर के विकास में बाधक का कार्य कर रहा था | जम्मू कश्मीर को एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में स्थापित हुए 1 वर्ष से ज्यादा हो गए हैं ऐसे में आपको 1 वर्षों में क्या बदलाव देखने को मिलता है ?
उत्तर- यह कहना सर्वथा गलत है क्योंकि इसके कारण जम्मू कश्मीर को एक विशेष पहचान दी गई थी | यदि ऐसा था तो भारत के जो पिछड़े राज्य हैं जहां पर कोई भी इस तरह का प्रावधान नहीं है वह आज तक पिछड़े क्यों हैं ? जम्मू कश्मीर मानव विकास सूचकांक में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा था | यहां पर प्रति व्यक्ति आय भी पिछड़े राज्यों की अपेक्षा उच्च थी इसलिए यह कहना उचित नहीं होगा | इतना जरूर कहा जा सकता है कि इन प्रावधानों के हटाए जाने के बाद से जम्मू कश्मीर वर्षों पीछे चला गया है |
प्रश्न- जम्मू कश्मीर में युवा आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है ऐसे में जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के युवाओं के लिए क्या कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए ? जिससे युवाओं को बेहतर कल मिल सके |
उत्तर- जम्मू कश्मीर के विकास और वहां के लोगों के बेहतरी के लिए सबसे आवश्यक है कि जम्मू कश्मीर में शांति स्थापित की जाए | बिना शांति और विश्वास बहाली के कोई भी कार्यक्रम सफल नहीं हो सकता है |
प्रश्न- कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन में आपके द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र में किस प्रकार के कार्य किए गए | क्योंकि जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था मुख्यतः पर्यटन पर आधारित है ऐसे में पर्यटन के प्रभावित होने से इन लोगों की चुनौतियां दोगुनी हो गई थी |
उत्तर- जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था का आधार कृषि और वानिकी भी है | ऐसे में जम्मू कश्मीर के लोगों को बहुत ज्यादा समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ा | आपसी सहयोग से लोगों ने इस महामारी के काल को पराजित किया | मेरे द्वारा मेरे संसदीय क्षेत्र में डेढ़ करोड़ रूपए मेडिकल उपकरणों के लिए दिए गए जिनकी नितांत आवश्यकता कोविड-19 में थी |
प्रश्न- भारत सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में औद्योगिक विकास के लिए नई औद्योगिक विकास योजना 2021 तैयार की है | कहा जा रहा है कि इससे इस क्षेत्र का सामाजिक आर्थिक विकास होगा इस पर आपका क्या कहना है ?
उत्तर- जब तक इस क्षेत्र विशेष में शांति स्थापित करने के लिए प्रयास नहीं किए जाएंगे | आतंकी गतिविधियों पर रोकथाम नहीं लगेगी तब तक इस क्षेत्र विशेष में औद्योगिक नीतियों का कोई लाभ नहीं मिलने वाला है | कोई भी औद्योगिक घराना अनिश्चितता के माहौल में निवेश नहीं करना चाहता है |
प्रश्न- हाल ही में बजट घोषणा की गई है लद्दाख क्षेत्र के लिए इस बजट में विशेष रूप से शिक्षा पर विशेष बल दिया गया है | ऐसे में जम्मू कश्मीर के लिए यह बजट कैसा रहा ?
उत्तर- इस बजट में जम्मू कश्मीर के लिए कुछ भी नया नहीं है | रही बात शिक्षा व्यवस्था की तो जम्मू कश्मीर की उच्च शिक्षा व्यवस्था पहले से सुदृढ़ है | हालांकि प्रारंभिक शिक्षा के लिए कुछ बेहतर प्रयास अवश्य करने की आवश्यकता है | लद्दाख में पहले से एक विश्वविद्यालय स्थापित है ऐसे में सीमित जनसंख्या के लिए एक अन्य विश्वविद्यालय की स्थापना की बात करना तर्कसंगत प्रतीत नहीं होता |
प्रश्न- जम्मू कश्मीर की अपनी एक विशेष संस्कृति है एवं उसकी एक भौगोलिक स्थिति है जो देश तथा विदेश के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है | इसको संरक्षित एवं संबंधित करने के लिए क्या-क्या उपाय किए जाने चाहिए ?
उत्तर- पर्यटन को बेहतर करने के लिए सिर्फ होटलों को स्थापित करना काफी नहीं होगा | सर्वप्रथम शांति स्थापित करने पर जोर होना चाहिए जिससे वैश्विक पटल पर जम्मू कश्मीर की सकारात्मक छवि उभर कर सामने आए हैं | इसके लिए स्थानीय लोगों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है | जब तक हम अपनी मुहिम से स्थानीय लोगों को नहीं जोड़ पाएंगे तब तक योजनाएं सिर्फ कागजों में ही बेहतर प्रदर्शन करेंगी |