Howdy Modi में इसलिए नही पहुंची अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गैबर्ड, जानिए असली वजह
ह्यूस्टन में हुआ ‘Howdy Modi’ कार्यक्रम विश्व भर में चर्चा का विषय है। अमेरिका में रह रहे 50000 से ज़्यादा भारतीय इस कार्यक्रम में पहुंचे। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के लिए पहली भारतीय मूल की महिला उम्मीदवार तुलसी गबार्ड(Tulsi Gabbard) इस कार्यक्रम में कहीं नज़र नहीं आई। उनकी इस अनुपस्थिति को मोदी के साथ ट्रंप की मौजूदगी से जोड़ा जा रहा था।
तुलसी गबार्ड(Tulsi Gabbard) ने शनिवार को एक ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका में स्वागत किया था। उन्होंने लिखा था कि मैं प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की नवीनतम यात्रा पर उनका हार्दिक स्वागत करना चाहती हूँ। हमारे देश भर से बहुत सारे भारतीय अमेरिकियों के साथ-साथ कांग्रेस के सहयोगी भी वहां आ रहे हैं। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं।” हालांकि उनके इस ट्वीट में इस कार्यक्रम में अनुपस्थिति की किसी वजह का ज़िक्र नहीं किया गया था।
Aloha and Namaste,
I’d like to extend a warm welcome to India Prime Minister Modi on his latest visit to the United States. Glad to see so many Indian Americans from all across our country, as well as many of my colleagues in Congress coming together there #tulsi2020 #modi pic.twitter.com/AFMAAJRhvx
— Tulsi Gabbard 🌺 (@TulsiGabbard) September 21, 2019
Howdy Modi में क्यों नहीं पहुंची तुलसी
इस कार्यक्रम में तुलसी(Tulsi Gabbard) के न आने की वजह पर आशंकाएं जताई जा रही थी। माना जा रहा था कि मोदी द्वारा हिंदुत्व को बढ़ावा देने की वजह से तुलसी ने उनके इस कार्यक्रम में शामिल होने से मना कर दिया था। एक पत्रकार के आर्टिकल में इसी वजह पर दावा किया जा रहा था। हालाँकि बाद में गैबार्ड ने सभी कयासों को समाप्त कर दिया कि वह टेक्सास के ह्यूस्टन में पीएम मोदी के कार्यक्रम को छोड़ना क्यों चाहती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह केवल इस घटना में उपस्थित नहीं होंगी क्योंकि उनके राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से संबंधित प्रतिबद्धताएं हैं।
This article is misinformed. I’m not attending the Houston event due to previously scheduled presidential campaign events. However I'm hoping to meet PM Modi on his visit to discuss the importance of maintaining the strong partnership of the world's oldest & largest democracies.
— Tulsi Gabbard 🌺 (@TulsiGabbard) September 18, 2019
एक आर्टिकल को रीट्वीट करते हुए गबार्ड ने लिखा, “यह लेख गलत है। मैं पूर्व निर्धारित राष्ट्रपति चुनाव प्रचार कार्यक्रमों के कारण ह्यूस्टन घटना में शामिल नहीं हूं। हालांकि, मैं दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों की मजबूत साझेदारी को बनाए रखने के महत्व पर चर्चा करने के लिए पीएम मोदी से मिलने की उम्मीद कर रही हूं।”
तुलसी की अनुपस्थिति से हुई ट्रंप की उपस्थिति
बता दें कि कुछ अन्य राजनीतिक टिप्पणीकारों ने यह मान लिया था कि गैबार्ड के फैसले से डोनाल्ड ट्रम्प की मौजूदगी की शुरुआत हो गई थी। क्योंकि उन्होंने अपने सऊदी अरब के ट्वीट को स्वीकार कर लिया था। वहीँ व्हाइट हाउस ने पुष्टि की थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ह्यूस्टन में “हाउडी मोदी” कार्यक्रम में प्रधान मंत्री मोदी के साथ एक संयुक्त उपस्थिति बनाएंगे।