Trump ने यूक्रेन संकट को बताया प्राथमिकता
Trump ने कहा है कि उनके पद संभालने के बाद यूक्रेन संकट का समाधान उनकी शीर्ष प्राथमिकता होगी। उन्होंने पश्चिम एशिया की स्थिति को "कम जटिल" बताते हुए यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष को एक गंभीर मुद्दा करार दिया।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड Trump ने कहा है कि उनके पद संभालने के बाद यूक्रेन संकट का समाधान उनकी शीर्ष प्राथमिकता होगी। उन्होंने पश्चिम एशिया की स्थिति को “कम जटिल” बताते हुए यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष को एक गंभीर मुद्दा करार दिया।
इंटरव्यू में दिया बयान
फ्रांसीसी पत्रिका पेरिस मैच को शनिवार को दिए गए एक इंटरव्यू में, जिसका बुधवार को प्रकाशन हुआ, Trump ने कहा, “मुझे लगता है कि हमें रूस के साथ मिलकर यूक्रेन समस्या का समाधान करना होगा।” उनके इस बयान को उनके आगामी विदेश नीति के दृष्टिकोण का संकेत माना जा रहा है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष: एक नजर
यूक्रेन और रूस के बीच 2022 में शुरू हुए संघर्ष ने वैश्विक राजनीति को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
- लाखों लोगों को विस्थापित किया गया।
- आर्थिक प्रतिबंधों और सैन्य हस्तक्षेप के चलते विश्व अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा।
- अमेरिका और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को समर्थन देकर रूस के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया।
Trump की प्राथमिकताएं
Trump ने पश्चिम एशिया की तुलना में यूक्रेन संकट को अधिक महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह समस्या जल्द समाधान की मांग करती है।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि उनकी सरकार रूस के साथ सीधे बातचीत के जरिए समाधान की कोशिश करेगी। यह दृष्टिकोण उनके “अमेरिका फर्स्ट” नीतियों के अनुरूप है, जिसमें वे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर संतुलित और तेज़ कार्रवाई का समर्थन करते हैं।
आलोचना और समर्थन
Trump के इस बयान को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं।
- समर्थन: उनके समर्थकों का कहना है कि यह कदम विश्व शांति के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
- आलोचना: आलोचकों का मानना है कि ट्रंप की रूस के साथ मधुर संबंध बनाने की कोशिश उनके प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा कर सकती है।
पश्चिम एशिया की स्थिति
Trump ने पश्चिम एशिया को “कम कठिन स्थिति” के रूप में वर्णित किया और संकेत दिया कि उनकी प्राथमिकता यूक्रेन संकट का समाधान करना है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि पश्चिम एशिया में भी चुनौतियां कम नहीं हैं, जैसे:
- इजरायल-फिलिस्तीन विवाद।
- ईरान के साथ परमाणु समझौते पर गतिरोध।
- क्षेत्रीय अस्थिरता।
संभावित नीतियां
Trump के बयान से यह साफ होता है कि उनके प्रशासन की विदेश नीति:
- कूटनीतिक वार्ता और समझौतों पर केंद्रित होगी।
- सैन्य हस्तक्षेप से बचने की कोशिश की जाएगी।
- अमेरिका के रणनीतिक हितों को प्राथमिकता दी जाएगी।
Trump के पद संभालने से पहले एफबीआई प्रमुख क्रिस्टोफर रे का इस्तीफा
डोनाल्ड Trump ने यूक्रेन संकट को हल करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है, जो उनकी विदेश नीति का मुख्य बिंदु होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे रूस के साथ बातचीत के जरिए इस समस्या का समाधान कैसे करते हैं। हालांकि, पश्चिम एशिया जैसे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों को नजरअंदाज करना उनके प्रशासन के लिए चुनौती बन सकता है।