पिछले साढ़े तीन वर्षों में त्रिवेंद्र सरकार ने राज्य की अमूल्य धरोहर को बनाए रखने के लिए किए अनेकों काम, जानिए
उत्तराखंड की खूबसूरती यहां के पहाड़, ग्लेशियर, नदियां और जंगल है। यही कारण है कि यहां पर पर्यटक बड़ी संख्या में जाते हैं और उत्तराखंड भारत की एक ऐसी जगह है जहां पर पर्यटन को बल दिया जाता है। उत्तराखंड में हमेशा ही बड़ी संख्या में पर्यटक जाते हैं और यही कारण है कि यहां की सरकार पर्यटक को के लिए लगातार विकास भी कर रही है। उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार अपने राज्य में विकास पर जोर दे रही है। ऐसे में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड की नदियों, झीलों और तालाबों के संरक्षण और पुनर्जीवन का काम तेजी से करवाया है। यह सब उत्तराखंड की अमूल्य धरोहर है।
पिछले 3 सालों में त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने अपनी अमूल्य धरोहर को बनाए रखने के लिए अनेकों काम किए हैं। यही वजह है कि आज सरकार को बड़ी सफलताएं भी मिल रही हैं। उत्तराखंड के लोग भी त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के सपोर्ट में खड़े हो रहे हैं। पिछले 3 साल में जो काम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड की अमूल्य धरोहर को बनाए रख उसका फल यह है कि आज 400 से अधिक सूखते जल स्त्रोतों को रिचार्ज करने में सफलता मिली है।
इस बात की जानकारी खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दी है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए बताया है कि पिछले 3 सालों में किस तरह से उत्तराखंड के पहाड़, ग्लेशियर, नदियां और जल स्त्रोतों पर किस तरह से तेजी से काम किया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लिखा है कि “हमारे पहाड़, ग्लेशियर, नदियां, जलस्त्रोत, जंगल ये सभी हमारी अमूल्य धरोहर हैं। इनका संरक्षण हम सभी का दायित्व है। पिछले लगभग साढ़े तीन वर्षों के दौरान राज्य की नदियों, झीलों, तालाबों और जलस्रोतों के संरक्षण और पुनर्जीवन का काम बड़े पैमाने पर किया गया है। हर जिले में एक नदी को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा गया। बागेश्वर जिले में गरूड़ गंगा नदी के जलागम क्षेत्र में 400 से अधिक सूखते जलस्त्रोतों को रिचार्ज करने का सफल प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए क्षेत्र में अनेक उपाचारात्मक कार्य जैसे कि चैड़ी पत्ती के पौधों का रोपण, चाल- खाल, ट्रैंच, चेक डैम आदि का निर्माण किया जा रहा है। मुझे खुशी है कि हमारी इन कोशिशों में सफलता भी देखने को मिल रही है।”