खतरा निशान पार कर गंगा समेत सहायक नदियां उफान पर, गाजीपुर-बलिया मार्ग बाधित
गाजीपुर. जहां आज गाजीपुर में गंगा समेत सहायक नदियां उफान पर है। 3 सेमी प्रति घण्टे की रफ्तार बढ़ रही गंगा खतरा निशान 63.105 मीटर को पार कर गई है। गंगा के बढ़ते जल स्तर से गंगा की सहायक नदी बेसो भी उफान पर है। उफानाई बेसो नदीं की वजह से गाजीपुर-बलिया मार्ग बाधित हो गया है। दरअसल कठवा मोड़ के पास एनएच 31 पर पुल का निर्माण चल रहा है। पुल के निर्माण कार्य की वजह से 1 करोड़ के ज्यादे की लागत से लिंक पुलिया का निर्माण कराया गया था। लेकिन उफानाई बेसो नदी की वजह से लिंक पुलिया बाढ़ के पानी से भर गया है। लोग जान जोखिम में डाल कर लोग लिंक पुलिया को पार कर रहे है। यहां तक कि पुलिया को पार करने के लिए लोग नाव का भी इस्तेमाल कर रहे है। जब इस बात की जनकारी जिला प्रशासन को हुई तो एक तरफ नोनहरा पुलिस और दूसरी तरफ यातायात पुलिस मौके पर पहुंच गई। यातायात पुलिस प्रभारी अजय सिंह कसाना ने पुलिया पर जगह जगह बैरिकेटिंग करा दिया और लोगों से अपील किया की लोग जान जोखिम में डाल कर पुलिया को पार न करें।
बता दें कि आज बीएड की परीक्षा चल रही है। ऐसे में मोहम्मदाबाद की तरफ से आने वाले और गाजीपुर से जाने वाले छात्र छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि गंगा का खतरा निशान 63.105 है। जाबकि गंगा 3 सेमी प्रति घण्टे की रफ्तार से बढ़ रही है। गंगा का मौजूदा जल स्तर दोपहर 12 बजे 63.350 मीटर दर्ज किया गया है। अगर इसी रफ्तार से गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी होती रही तो तटवर्ती इलाके के गांवों में भयावह स्थित हो सकती है। फिलहाल किसानों के खेतों में बाढ़ के पानी से फसल बर्बाद हो रहे है। एसडीएम सदर अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने कहा कि गंगा जल स्तर लगातार बढ़ रहा। जिन गांवों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है या बाढ़ से सम्बंधित कोई समस्या होगी उसके लिए बाढ़ चौकियां बनाई गई है। साथ ही खुद इसकी निगरानी रख रहा हूँ। वहीं एनएच 31 पर बने पुलिया के डूबने से आवागमन को बंद कर दिया गया है। इसके लिए यातायात प्रभारी को भेजा गया है और खुद मैं भी जा रहा हूँ।
गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्क रहने को कहा है। डीएम ने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दिया है। बढ़ते जल स्तर से गंगा घाटों की सीढ़ियां डूबने शुरू हो गई हैं नगर के ददरी घाट, पोस्ता घाट, स्टीमर घाट, महादेवा घाट सहित सभी घाटों पर पानी चढ़ना शुरू हो गया है सभी घाटों का फर्ज डूब चुका है। बाढ़ से निपटने के लिए 670 बाढ़ चौकियों को चिन्हित किया गया है फिलहाल जिले के कई गांव में बाढ़ चौकियों को सक्रिय भी कर दिया गया है इसके अलावा सभी लेखपालों, ग्रामसचिव समेत अन्य अधिकारियों को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया गए हैं