केंद्र सरकार के खिलाफ ट्रेड यूनियन ने जंतर-मंतर पर किया प्रदर्शन
नई दिल्ली। केंद्रीय ट्रेड यूनियन व फेडरेशन के देशव्यापी आह्वान पर केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जंतर-मंतर पर बुधवार विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान सभी ट्रेड यूनियंस के अखिल भारतीय अधिकारी मौजूद रहे।
यह कार्यक्रम केन्द्र सरकार की हठधर्मिता, मजदूर संगठनों के व्यापक विरोध व संसदीय प्रणाली का ताक पर रखते हुए श्रम सुधारों के नाम पर मौजूदा श्रम कानूनों को बदलकर 4 श्रम कोड बनाया जाना, काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 घंटे किया जाना, 300 से कम श्रमिकों के संस्थानों में बंदी के लिए सरकारी अनुमति की अनिवार्यता को समाप्त कर “हायर एंड फायर“ को वैधानिक बनाना, निर्माण मजदूर के कल्याण बोर्ड पर हमला, डोमेस्टिक वर्कर्स के काम को श्रम कोड से बाहर रखना इत्यादि के विरोध में किया गया। साथ ही सरकारी संस्थानों में निजी हिस्सेदारी बढ़ाकर निजीकरण, निगमीकरण को कर्मचारियों के विरोध बावजूद आगे बढ़ाए जाने के विरुद्ध पूरे देश भर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कोविड महामारी की आड़ में कारखानों व संस्थानों बड़े पैमाने पर छंटनी व वेतन कटौती की जा रही हैं। कार्यक्रम में महिला कर्मियों ने बढ़ी संख्या मे भागीदारी की। उपस्थित श्रमिकों ने मांगों के समर्थन में तख्तियां पकड़ी थी व जमकर नारेबाजी भी की। इसके अतिरिक्त दिल्ली में 3 जिला श्रम कार्यालयों निमड़ी कलोनी, झिलमिल कलोनी, पुष्पा भवन, पुष्पा विहार पर भी भारी प्रदर्शनों का आयोजन किया गया। गौतम बुद्ध नगर, नोएडा में नगर मजिस्ट्रेट व गाजियाबाद में जिला अधिकारी कार्यालय पर सैंकड़ों की संख्या में प्रदर्शन किया।