पीएम मोदी पर जमकर बरसा आरएसएस का ये संगठन, जानें पूरा मामला!
थाने के बाहर खड़ी कार के पार्ट्स निकालकर बेचने के खेल को निर्मल सिपाही, हेड मोहर्रिर रविंद्र ने रचा था. दोनों ने मिलकर मिस्त्री शोएब और उबैर हसन को फोन करके देर रात थाने बुलाया
क्या नाराज चल रहे हैं चाचा शिवपाल यादव?
सपा विधायक शिवपाल यादव अपनी नई भूमिका को लेकर मंगलवार को अपने पत्ते खोल सकते हैं. शिवपाल यादव मंगलवार को प्रयागराज में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इस दौरान में सपा में अपनी नई भूमिका को लेकर चाचा शिवपाल सिंह यादव जानकारी साझा कर सकते हैं. दरअसल, मैनपुरी उपचुनाव की मतगणना के दिन शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी प्रसपा का सपा में विलय कर दिया था. उस दिन अखिलेश यादव ने कहा था कि चाचा शिवपाल यादव को जल्द ही बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी.
थाने के बाहर खड़ी कार को टुकड़े-टुकड़े करके पुलिसकर्मियों ने बेचा
थाने के बाहर खड़ी कार के पार्ट्स निकालकर बेचने के खेल को निर्मल सिपाही, हेड मोहर्रिर रविंद्र ने रचा था. दोनों ने मिलकर मिस्त्री शोएब और उबैर हसन को फोन करके देर रात थाने बुलाया. मिस्त्री ने कार का दरवाजा और पार्ट्स खोले. थाने के बाहर खड़ी इस कार का दरवाजा गायब होने पर थाने में शोर मच गया. थाने में तैनात मुंशी ने इसे चोरी बता दिया, लेकिन जब जांच शुरू हुई तो जांच में सारा मामला सामने आया. पता चला कि थाने के दो पुलिसकर्मियों ने मिलकर इस चोरी को अंजाम दिया है.
पीएम मोदी पर जमकर बरसा आरएसएस का ये संगठन, जानें पूरा मामला!
भारतीय मजदूर संघ (BMS) के अध्यक्ष सी. उन्नीकृष्णन उन्नीथन ने भारतीय श्रम सम्मेलन (ILC) आयोजित करने में केंद्र की विफलता का जिक्र किया। उन्होने कहा कि सभी श्रम मुद्दों पर सरकार, कर्मचारियों और नियोक्ताओं के त्रिपक्षीय मंचों पर चर्चा होनी चाहिए। सी. उन्नीकृष्णन उन्नीथन ने कहा कि 2015 से कोई आईएलसी बैठक आयोजित नहीं की गई है।यह इतिहास में पहली बार है कि ट्रेड यूनियनों को (ऐसे परामर्श से) बाहर रखा जा रहा है। उन्होने आगे कहा कि भारतीय मजदूर संघ का मानना है कि परामर्श तंत्र को कमजोर किया जा रहा है। सरकार बातचीत नहीं कर रही है। जबकि श्रम संहिता 2019 में संसद में पारित की गई थी, अन्य को अगले वर्ष पारित किया गया था। लेकिन उद्योग के कड़े विरोध के कारण आंशिक रूप से उनके लागू किए जाने में देरी हुई है।
हर चीज भगवा, कपिल सिब्बल बोले- कोर्ट को ऐसे रंग में रंगा नहीं देखना चाहता
सिब्बल ने कहा कि आज बात चाहे इनकम टैक्स की हो या फिर ईडी और सीबीआई की। यूनिवर्सिटीज की बात हो या फिर दूसरे सरकारी तंत्रों की। सभी पर सरकार के अपने लोग काबिज हैं। सरकार ने सारे सिस्टम को भगवा रंग में रंग दिया है। अब वो न्यायपालिका को भी अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं। वो चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के साथ हाईकोर्ट्स में भी उनके ही लोग बैठे दिखें।