टोक्यो पैरालिंपिक 2020
कोविड-19 के सख्त नियमों के बीच आयोजित होगा इवेंट: 136 देश, 3686 एथलीट्स 13 दिनों तक मेडल्स के लिए करेंगे प्रदर्शन
टोक्यो ओलिंपिक के सफल आयोजन के बाद अब पैरालिंपिक खेलों की शुरुआत होने वाली है। पैरालिंपिक खेलों का आयोजन 24 अगस्त से 5 सितंबर के बीच किया जाएगा। पैरालिंपिक को भी कोराेना की वजह से एक साल के लिए टाल दिया गया था।
पैरालिंपिक खेलों में दुनियाभर के पैरा एथलीट यानी दिव्यांग खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। ओलिंपिक खेलों की तरह ही हर चार सालों के बाद इन खेलों का आयोजन कराया जाता है। इस बार टोक्यो में 21 मैदानों पर सभी इवेंट कराए जाएंगे।
कितने देश, कितने खेल, कितने इवेंट्स
टोक्यो पैरालिंपिक में इस बार कुल 136 देश हिस्सा ले रहे हैं। इनमें दो देश पहली बार पैरलिंपिक खेलों में डेब्यू करते नजर आएंगे। इन दो देशों में भूटान और गुयाना के नाम शामिल हैं। साथ ही रूस आरओसी के रूप में प्रतिस्पर्धा करना जारी रखेगा, लेकिन तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान का एक भी एथलीट इस बार पैरालिंपिक खेलों में नजर नहीं आएगा।
टोक्यो पैरालिंपिक के दौरान कुल 3686 एथलीट अपने खेलों का जलवा बिखरते हुए नजर आएंगे। 13 दिनों के दौरान 22 खेल खेले जाएंगे और कुल 540 इवेंट होंगे। जबकि अधिकांश खेल ओलिंपिक के समान हैं और प्रतियोगिता में कई संशोधन भी किए गए हैं।
बिना दर्शकों के होगा आयोजन
टोक्यो ओलिंपिक का आयोजन दर्शकों के बिना किया गया था और पैरालिंपिक खेलों का आयोजन भी ठीक ऐसे ही देखने को मिलेगा। ओलिंपिक खेलों के दौरान टोक्यो के बाहरी क्षेत्रों में हुए खेल आयोजनों में कुछ प्रशंसकों को अनुमति दी गई थी, लेकिन इस बार किसी भी खेल के लिए दर्शकों का आने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, कुछ कार्यक्रमों में बच्चों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। यह फैसला पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष एंड्रयू पार्सन्स ने लिया।
इतना ही नहीं आयोजकों ने लोगों से सड़क पर आयोजित होने वाले खेल (मैराथन और पैदल चाल जैसी स्पर्धाएं) को देखने के लिए नहीं आने को कहा है। हाल फिलहाल के समय में टोक्यो में कोरोना के नए मामलों में काफी तेजी देखने को मिली है और इससे खिलाड़ियों के भी संक्रमित होने का खतरा है और इसी को ध्यान में रखते हुए दर्शकों को इस बार मैदान पर आने की अनुमति नहीं मिलेगी।
इन कोरोना प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
कोविड-19 के बीच जापान ने सफलतापूर्वक टोक्यो ओलिंपिक 2020 का आयोजन किया। अब 24 अगस्त से शुरु हो रहे पैरालिंपिक को कोविड-19 प्रोटोकॉल्स के अंतर्गत खेला जाएगा। इसके लिए भी वही प्रोटोकॉल्स रखे गए हैं, जो ओलिंपिक में रखे गए थे। खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ व अधिकारियों को पूरे समय मास्क लगाना होगा। सिर्फ पदक विजेता फोटो खिचांने व प्रदर्शन करने के दौरान मास्क उतार सकते हैं।
सभी खिलाड़ी व ऑफिशियल्स को इवेंट के दौरान 3 C को इग्नोर करना है। (Closed, Crowded places and Close contact with anyone)। साथ ही किसी को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल नहीं करना है, जब तक इस बात की सूचना नहीं दी जाती है।
पैरालिंपिक में अब तक सबसे ज्यादा मेडल किसने जीते
पैरालिंपिक खेलों में अभी तक सबसे ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड यूनाईटेड स्टैट्स (USA) के नाम पर दर्ज हैं। USA ने अभी तक इन खेलों में कुल 2175 मेडल जीते हैं। इनमें 772 गोल्ड, 700 सिल्वर और 703 ब्रॉन्ज शामिल हैं। दूसरे स्थान पर ग्रेट ब्रिटेन का नाम आता है। ग्रेट ब्रिटेन ने कुल 1789 पदक जीते हैं। इनमें 626 गोल्ड, 584 सिल्वर और 579 ब्रॉन्ज शामिल हैं।
रियो पैरालिंपिक गेम्स में चीन ने सबसे ज्यादा 107 गोल्ड, 81 सिल्वर और ब्रॉन्ज की मदद से कुल मेडल पर कब्जा जमाया था। भारत की बात करे तो हमारे खिलाड़ियों ने पैरालिंपिक खेलों में कुल 12 पदक जीते हैं। इन 12 पदकों में चार गोल्ड, चार सिल्वर और इतने ही ब्रॉन्ज मेडल शामिल है।
4.30 बजे होगी ओपनिंग सेरेमनी
जानकारी के लिए बता दें कि, टोक्यो पैरालिंपिक खेलों की ओपनिंग सेरेमनी भारतीय समयानुसार 16.30 बजे यानी शाम को 4:30 बजे से होगी।
इस बार गया भारत का सबसे बड़ा दल
इस बार भारत के लिए 54 खिलाड़ी टोक्यो पैरालिंपिक में हिस्सा लेने वाले हैं। भारत की ओर से पैरालिंपिक खेलों में भाग लेने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा दल भी है। रियो पैरालिंपिक के दौरान भारत से पांच खेलों के लिए सिर्फ 19 खिलाड़ियों का दल भेजा गया था, लेकिन इस बार खेल प्रतियोगिता में भारत नौ अलग-अलग खेलों में भाग लेगा।
इन पर रहेगी सभी की नजरें
पैरालिंपिक खेलों में इस बार छह एथलीटों से पदक जीतने की उम्मीद जताई जा रही है। इन खिलाड़ियों में देवेंद्र झाझरिया (भाला फेंक), मरियप्पन थंगावेलु (ऊंची कूद पैरा एथलीट), सुहास एल यतिराज (पैरा शटलर), एकता भयान (चक्का फेंक), प्रमोद भगत (बैडमिंटन) और मनीष नरवाल (निशानेबाजी) के नाम शामिल है।
बता दें कि देवेंद्र झाझरिया 2004 और 2016 के पैरालिंपिक खेलों में गोल्ड जीत चुके हैं और इस बार देश को उनसे तीसरे गोल्ड की आस रहेगी।
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