Tokyo Olympics 2020: लवलीना का बॉक्सिंग मैच देखने के लिए असम विधानसभा 20 मिनट तक रहेगी स्थगित
नई दिल्ली. लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा- Lovlina Borgohain) तोक्यो ओलंपिक ( Tokyo Olympics 2020) में पहले ही पदक सुरक्षित कर चुकी हैं. बुधवार को वह तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली (Busenaz Surmeneli) के खिलाफ जीत दर्ज करके ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने की कोशिश करेगी. असम की 23 वर्षीय लवलीना इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी है. वह पदक पक्का करके पहले ही विजेंदर सिंह (2008) और एम सी मैरीकॉम (2012) की बराबरी कर चुकी है. लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का मुक्केबाजी में पहला पदक होगा लेकिन उनका लक्ष्य अब फाइनल में पहुंचना होगा जहां अभी तक कोई भारतीय नहीं पहुंचा है. लवलीना का मैच देखने के लिए असम विधानसभा की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित होगी. इस आशय की जानकारी असम सरकार के मंत्री पीजूष हजारिका ने दी. उन्होंने कहा कि असम विधानसभा की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी जाएगी और सभी विधायक बुधवार को भारत की लवलीना बोरगोहेन का बॉक्सिंग मैच देखेंगे. इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा की अगुवाई में पूरे प्रदेश में मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन की कामयाबी के लिये पूजा अर्चना की गई.
मुख्यमंत्री ने नेहरू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित किया. इसके अलावा प्रदेश में मंदिरों, मस्जिदों और चर्च में हर धर्म के लोगों ने उनके लिये प्रार्थनायें की. ओलंपिक में पदक जीतने वाली वह असम की पहली खिलाड़ी होंगी.लवलीना ओलंपिक में पदार्पण कर रही हैं लेकिन उन्होंने सहज होकर अपने मुकाबले लड़े हैं. तुर्की की शीर्ष वरीयता प्राप्त मुक्केबाज के खिलाफ भी वह बिना किसी दबाव के रिंग में उतरेगी. सुरमेनेली भी 23 साल की हैं और इस साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने दो स्वर्ण पदक जीते हैं. लवलीना भी इस खेल में नयी नहीं है और उन्होंने अभी तक अपने करियर में विश्व चैंपियनशिप के दो कांस्य पदक जीते हैं. तुर्की की मुक्केबाज 2019 चैंपियनशिप में विजेता रही थी जबकि लवलीना को कांस्य पदक मिला था. तब इन दोनों के बीच मुकाबला नहीं हुआ था.