आज का पंचांग, बुधवार 04 जनवरी’2023
04 जनवरी 2023 दिन बुधवार को पौष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। आज पौष मास के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत है। आज संतान प्राप्ति हेतु भगवान शिव का गाय के शुद्ध दूध से अभिषेक करना-करवाना चाहिये। आप सभी सनातनियों को प्रदोष व्रत की हार्दिक शुभकामनायेँ।।
नई दिल्ली। त्रयोदशी तिथि को बैंगन त्याज्य होता है। अर्थात आज त्रयोदशी तिथि में भूलकर भी बैंगन की सब्जी या भर्ता नहीं खाना चाहिए। त्रयोदशी तिथि जयकारी अर्थात विजय दिलवाने वाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि सर्वसिद्धिकारी अर्थात अनेकों क्षेत्रों में सिद्धियों को देनेवाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि जया नाम से विख्यात मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ और कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी होती है।
☄️ दिन (वार) – बुधवार के दिन तेल का मर्दन करने से अर्थात तेल लगाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है धन लाभ मिलता है।बुधवार का दिन विघ्नहर्ता गणेश का दिन हैं। बुधवार के दिन गणेश जी के परिवार के सदस्यों का नाम लेने से जीवन में शुभता आती है
बुधवार के दिन गणेश जी को रोली का तिलक लगाकर, दूर्वा अर्पित करके लड्डुओं का भोग लगाकर उनकी की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
बुधवार को सभी ग्रहो के राजकुमार बुध देव की आराधना करने से ज्ञान मिलता है, वाकपटुता में प्रवीणता आती है, धन लाभ होता है
🔮 शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
🌐 संवत्सर नाम-राक्षस
✡️ शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत 5123
☣️ अयन- उत्तरायण
🌦️ ऋतु – सौर शिशिर ऋतु
🌤️ मास – पौष मास
🌖 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि : त्रयोदशी – 12:00 ए एम, जनवरी 05 तक
✏️ तिथि के स्वामी – त्रियोदशी तिथि के स्वामी प्रेम के देवता कामदेव जी है।
💫 नक्षत्र – रोहिणी 19:17 PM तक उपरान्त मृगशिरा नक्षत्र है।
🪐 नक्षत्र स्वामी – नक्षत्र का स्वामी शुक्र है। योग- सौभाग्य, जाति- स्त्री, स्वभाव से शुभ, वर्ण- शूद्र है और उसका विंशोतरी दशा स्वामी ग्रह चंद्र है।
🔔 योग – शुभ 08:28 AM तक उपरान्त शुक्ल योग है।
⚡ प्रथम करण : कौलव – 10:59 ए एम तक
✨ द्वितीय करण : तैतिल – 12:00 ए एम, जनवरी 05 तक
⚜️ दिशाशूल – बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिये, यदि अत्यावश्यक हो, यात्रा करनी ही हो तो धनिया, तिल की वस्तु, ईलायची अथवा पिस्ता खाकर यात्रा कर सकते है।
🔥 गुलिक काल : बुधवार का गुलिक कालः- 11:08 ए एम से 12:26 पी एम
🤖 राहुकाल (अशुभ) – दोपहर 12:00 बजे से 13:30 बजे तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदय – प्रातः 06:46:38
🌅 सूर्यास्त – सायं 17:14:32
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 05:26 ए एम से 06:20 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 05:53 ए एम से 07:15 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : कोई नहीं
🔯 विजय मुहूर्त : 02:10 पी एम से 02:51 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 05:35 पी एम से 06:02 पी एम
🎆 सायाह्न सन्ध्या : 05:37 पी एम से 06:59 पी एम
💧 अमृत काल : 03:18 पी एम से 05:03 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:59 पी एम से 12:53 ए एम, जनवरी 05
⭐ सर्वार्थ सिद्धि योग : पूरे दिन
❄️ रवि योग : 06:49 पी एम से 07:15 ए एम, जनवरी 05
☀️ स्थायीजय योग – आज सूर्य उदय से लेकर शाम 4 बजकर 26 मिनट तक
☄️ रोहिणी नक्षत्र – आज शाम 6 बजकर 49 मिनट तक
🚓 यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
👉🏻 आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
🤷🏻♀️ आज का उपाय-किसी बटुक को धर्मशास्त्र भेंट करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।