विपक्ष के हंगामे के बीच मानसून सत्र का दूसरा दिन आज, पेगासस मुद्दे पर फिर से हंगामे के आसार
नई दिल्ली. संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) का पहला दिन जिस तरह से हंगामें के साथ खत्म हुआ उसे देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि पूरे मानसून सत्र में विपक्ष शांत बैठने को तैयार नहीं है. विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन मंत्रिपरिषद के नए सदस्यों का परिचय दोनों सदनों में नहीं करवा पाए. प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कुछ लोगों को यह रास नहीं आ रहा है कि दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और महिला मंत्रियों का यहां परिचय कराया जाए. उन्होंने विपक्षी दलों के रवैये को महिला एवं दलित विरोधी ‘मानसिकता का परिचय’ करार दिया.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संसद के मानसून सत्र को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी सदन के दोनों सत्रों में देश की कोविड स्थिति पर बात रखेंगे. प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी की वजह से जान गंवाने वालों के प्रति भी अपनी संवेदना व्यक्त की है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अधिकतर सांसदों का टीकाकरण हो चुका है, इससे संसद की विधायी कार्यों को और विश्वास से करने में मदद मिलेगी. वहीं, विपक्षी पार्टियों ने सरकार की उस पेशकश का विरोध किया जिसमें मंगलवार को संसद भवन एनेक्सी (संसदीय सौध) में दोनों सदनों के सदस्यों को कोविड-19 के मुद्दे पर प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित करने का प्रस्ताव किया गया था.