दिल्ली पहुंचे तीरथ का भव्य स्वागत
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद पहली बार दिल्ली पहुंचे तीरथ सिंह रावत का उत्तराखण्ड सदन में शुक्रवार को भव्य स्वागत हुआ।
सदन में मौजूद उत्तराखण्ड के निवासियों ने श्री रावत का फूल-मालाओं से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनभवनाओं के अनुरूप कार्य करेगी। जनता जो चाहेगी, वही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा-निर्देशन में राज्य का चहुमुंखी विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के प्रति प्रधनमंत्री जी के अपार लगाव की बदौलत ही यहां चारधाम ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट्, केदारनाथ-बदरीनाथ धाम पुनर्निर्माण समेत तमाम परियोजनाएं संचालित हो रही हैं। उत्तराखण्ड विकास के नए आयाम छू रहा है।
तीरथ ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बने अभी एक सप्ताह का ही समय हुआ है। इस दौरान उन्होंने जनभावनाओं के अनुरूप फैसले लिये। सबसे पहले कोरोना काल में जिन 4500 लोगों पर महामारी एक्ट के तहत मकदमे दर्ज किए गए थे, उन मुकदमों को सरकार ने वापस लिया। इनमें से अधिकांश मुकदमे उन लोगों पर दर्ज थे, जो कोरोना काल में जरूरतमंदों की मदद में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि विकास प्राधिकरणों की मनमानी से पहाड़ी क्षेत्र के लोग त्रस्त थे। हमारी सरकार ने देर लगाए बगैर पहाड़ी जिलों में प्राधिकारणों का अस्तित्व समाप्त कर दिया है। कुंभ स्नान के लिए देश-विदेश के सभी श्रद्धालुओं को कुंभ स्नान के लिए हरिद्वार आंमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेले के लिए केन्द्र सरकार की गाइडलाइन का ध्यान रखा जाएगा, परंतु अनावश्यक रोक टोक नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के प्रभाव से घर लौटे प्रवासी उत्तराखण्डियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्हें स्वरोजगार शुरू करने के लिए ब्याज रहित ऋण मुहैया करवाई जा रही है। उनकी हर समस्या का समाधान सरकार करेगी। उन्होंने उत्तराखण्ड मूल के लोगों से आग्रह किया कि वे भी उत्तराखण्ड राज्य के विकास और जनकल्याण में अपना योगदान दें।
इस मौके पर सांसद अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री अरविन्द पाण्डेय, पूर्व सांसद बलराज पासी समेत कई गणमान्य उपस्थित थे।