संजय सिंह सहित AAP के तीन सदस्य राज्यसभा से दिन भर के लिए निलंबित
राज्यसभा (Rajyasabha) में बुधवार को आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के तीन सदस्यों संजय सिंह (Sanjay Singh), सुशील गुप्ता (Sushil Gupta) और एनडी गुप्ता (ND Gupta) को सदन की कार्यवाही बाधित करने पर दिन भर के लिए निलंबित कर दिया गया। बाद में उन्हें मार्शल की मदद से सदन से बाहर किया गया। सुबह, उच्च सदन में शून्यकाल समाप्त होने पर संजय सिंह ने आंदोलन कर रहे किसानों से जुड़ा मुद्दा उठाने का प्रयास किया।
लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने उन्हें अनुमति नहीं दी और कहा कि सदस्य राष्ट्रपति अभिभाषण पर होने वाली चर्चा में अपनी बात रख सकते हैं। लेकिन इसके बाद भी आप सदस्यों ने नए कृषि कानूनों का विरोध जारी रखा और नारेबाजी शुरू कर दी।
इस नियम के तहत दिन भर के लिए सदस्यों को किया गया निलंबित
सभापति नायडू ने पहले उन्हें चेतावनी दी और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देने को कहा। उन्होंने कहा कि तीन सदस्य सदन की कार्यवाही को बाधित नहीं कर सकते। बहरहाल आप सदस्यों का हंगामा जारी रहा और सभापति ने उन्हें नियम 255 के तहत दिन भर के लिए निलंबित कर दिया और तीनों सदस्यों को सदन से बाहर जाने को कहा। पर निलंबित सदस्यों ने आसन के निर्देश को स्वीकार नहीं किया और सदन में ही बने रहे।
इस पर सभापति ने नौ बजकर करीब 35 मिनट पर बैठक पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। बैठक फिर शुरू होने पर सभापति नायडू ने तीनों सदस्यों को बाहर जाने का निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने मार्शल को बुला लिया। मार्शल की मदद से आप के तीनों सदस्यों को सदन से बाहर कर दिया गया।
किसानों के मुद्दों पर चर्चा
आज तीन फरवरी को सदन की कार्यवाही शुरु हो गई है, एक तरफ सत्तापक्ष अपने मुद्दों पर चर्चा चाहता है दूसरी तरफ पूरा विपक्ष किसान आंदोलन के मुद्दों पर चर्चा करना चाहता है। विपक्ष ने सदन में हंगामा किया हुआ है ताकि किसानों के मुद्दों पर चर्चा की जाए। किसान के मुद्दे पर विपक्ष काफी आक्रामक नजर आ रहा है। सरकार लगातार इसका विरोध कर सकती है।
बता दें कि कल सुबह से तीसरी बार राज्यसभा को स्थगित किया गया है, स्थगित करने का कारण विपक्षी दलों का किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग है। यह सभी लोग लगातार सदन में हंगामा कर रहे हैं ताकि कृषि कानूनों पर बात की जाए मगर सत्ता पक्ष इसके लिए तैयार नहीं है। सरकार की तरफ से स्पीकर ने इसके लिए कल का समय दिया है मगर विपक्ष कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। और वह लागातार किसानों की चर्चा की मांग कर रहा है।