जेपी कन्वेंशन सेन्टर बेचने वाले हिमालय भी बेच सकते हैं, सावधान रहें – रामगोविन्द चौधरी
लखनऊ। नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविन्द चौधरी ने कहा है कि जो लोग जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेन्टर को भी बेचने का प्रस्ताव बना सकते हैं, वह मौका मिला तो हिमालय की भी प्लाटिंग करके बेच सकते हैं। देश और प्रदेश के लोगों को ऐसे लोगों और सबकुछ बेच देने पर आमादा उनकी टीम से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा है कि इन लोगों को पता है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके समर्थक इस तरह के देश विरोधी कुकृत्य का हर स्तर पर विरोध करेंगे, इसलिए उनकी आवाज को दबाने के लिए नव गठित फोर्स को वह सब अधिकार दिये गए हैं, जो हिटलर की सीक्रेट पुलिस को हासिल था।
गुरुवार को स्वास्थ्य का हालचाल लेने आए समाजवादी साथियों से नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण 1942 के अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के महानायक थे। वह 1974 के उस सम्पूर्ण क्रांति आन्दोलन के भी महानायक थे जिसमें भारतीय जनसंघ के रूप में वर्तमान भारतीय जनता पार्टी के नेता व कार्यकर्ता भी शामिल थे। उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमन्त्री कार्यकाल में जेपी की स्मृति में जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कराया जो अद्भुत है और जिसके लिए हर जयप्रकाशवादी अखिलेश यादव को बधाई देता है। इस सरकार ने इसमें खुद तो कुछ किया नहीं, अब इसे बेचने की साजिश भी रच रही है जो किसी कीमत पर क्षम्य नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा है कि जेपी कन्वेंशन सेंटर राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है। इसकी रक्षा के लिए इस राष्ट्र के सभी दलों के लोगों को आगे आना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के उन लोगों को भी आगे आना चाहिए जिनकी आस्था लोकतन्त्र और जेपी में है। उन्होंने इस मसले को उठाने वाले पत्रकारों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि इस विषय पर सभी पत्रकारों, इतिहासकारों, साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों को आगे आना चाहिए।