वो 5 बातें जो मोदी ने खासतौर से विपक्ष से कहीं
1- अब देश के भविष्य पर थोड़ा भी भरोसा होता…जब हम ये दावा करते हैं कि आने वाले पांच साल में हम देश की अर्थव्यवस्था को तीसरे स्थान पर लाएंगे तो एक ज़िम्मेदार विपक्ष क्या करता है…वो सवाल पूछता कि निर्मला जी बताओ…ऐसा कैसे करने वाले हो. मोदी जी बताओ…ये कैसे करने वाले हैं. इसका रोडमैप बताओ.
2- अब ये भी मुझे सिखाना पड़ रहा है. या वे कुछ सुझाव दे सकते थे. या फिर कहते कि हम चुनाव में जनता के बीच जाकर बताएंगे कि ये तीसरे की बात करते हैं. हम एक नंबर पर लेकर आएंगे और ऐसे लेकर आएंगे.
3- कुछ तो करते यार…लेकिन हमारे विपक्ष की त्रासदी ये है. उनके राजनीतिक विमर्श पर गौर कीजिए. कांग्रेस के लोग क्या कह रहे हैं…कितना कल्पनादारिद्रय है. इतने साल सत्ता में रहने के बाद भी कितनी अनुभवता हीन बातें सुनने को मिल रही हैं.
4- ये कहते हैं कि इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कुछ करने की ज़रूरत ही नहीं है. सब ऐसे ही होने वाला है. मुझे लगता है कि इसी सोच के कारण वे इतने सालों तक सोते रहे कि अपने आप होने वाला है. वो कहते हैं कि बिना कुछ किए ऐसे ही पहुंच जाएंगे.
5- कांग्रेस की मानें कि सब कुछ अपने आप होने वाला है तो इसका मतलब है कि कांग्रेस के पास न नीति है, न नीयत है और न विज़न है, न वैश्विक अर्थ जगत की समझ है और भारतीय अर्थ जगत की ताक़त का पता है