इस बार चुनाव में कोरोना बनेगा एक बड़ा मुद्दा, जानिए क्या है बीजेपी और सपा की तैयारी
लखनऊ. आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) एक अहम मुद्दा बनने जा रही है. जहां एक ओर बीजेपी (BJP) कोरोना महामारी से निपटने की तैयारी कर रही है, तो वहीं समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) कोरोनकाल को चुनावों में भुनाने की कोशिश में है. यही वजह है कि बीजेपी कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की तैयारियों में जुटने के लिए कार्यकर्ताओं का सहयोग लेने की तैयारी कर रही है. वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर भी पार्टी काफी सीरियस है. पंचायत चुनाव से सबक ले चुकी बीजेपी की कोशिश है कि आगामी विधानसभा चुनाव में किसी तरह का नुकसान न हो. तैयारियों को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि बीजेपी की कोशिश महामारी के दौर में जनता के साथ खड़ा होना दिखाना है. इसी के मद्देनजर हर जिले में तीन से पांच लोगों की समिति बनाई जा रही है, जिसमें दो डॉक्टर भी होंगे. जिला स्तरीय समिति में शामिल डॉक्टर हर ग्राम पंचायत और निकाय वार्ड में तैनात होने वाले दो-दो कार्यकर्ताओं को वर्चुअल प्रशिक्षण देंगे. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने क्षेत्रवार जिलों में गठित होने वाली समितियों की समीक्षा का काम भी शुरू कर दिया है. लगातार इन नेताओं का अलग अलग जिलों मे प्रवास चल रहा है.
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टीभी कोरोनाकाल को भुनाने मे पीछे नहीं हैं. सपा मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ‘सुख दुःख में साथ निभाया है, सुख दुःख में साथ निभाएंगे’ का नारा दिया है. अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करके चुनावी गाना और नारा जारी किया. इसमें कोरोना काल में लोगों को हुई दिक्कतों और सपा कार्यकर्ताओं ने जो मदद लोगों तक पहुंचाई है, उसको दर्शाया गया है. लेकिन बीजेपी इसको लेकर समाजवादी पार्टी पर व्यंग्य करती नजर आ रही है.
बीजेपी का सपा पर तंज
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक कहते हैं कि पहले अखिलेश यादव वर्क फ्राम होम से बाहर तो निकलें. गौरतलब है कि आगामी विधानसभा चुनाव मे कोराना एक बड़ा मुद्दा होगा. सत्ताधारी बीजेपी जहां लोगों को बचाने का अभियान चलाएगी, वहीं प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी लोगों को कोराना के दूसरे वेभ की परेशानियों को याद दिलाएंगे.