दिल्ली पुलिस के इस कदम से जेल में बीतेगी पहलवान सुशील की जिंदगी! जानें पूरा मामला
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम (Chhatrasal Stadium) में 4 मई को हुई पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में फंसे ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार (Sushil Kumar) पर दिल्ली पुलिस मकोका लगाने की तैयारी कर रही है. बता दें कि मकोका की कार्रवाई संगठित अपराध करने वालों पर होती है और ऐसा होने पर सुशील कुमार को आसानी से जमानत नहीं मिल सकेगी. मकोका में उम्र कैद तक की सजा का प्रावधान है और 6 महीने तक चार्जशीट दायर कर सकते हैं.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच सुशील कुमार की गैंगस्टरों के साथ कुंडली खंगाल रही है, जिसमें गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी, नीरज बवाना और असौदा गैंग शामिल हैं. आरोप है कि पहलवान सुशील इन गैंगों को लोगों की हैसियत और उनके कामकाज की जानकारी देते थे. यही नहीं, पुलिस की मानें तो पहलवान सुशील की भूमिका जेल में बंद दिल्ली के पूर्व विधायक रामबीर शौकीन की तरह है, जो पर्दे के पीछे रहकर अपने भांजे नीरज बवाना के लिए काम कर रहा था.
गैंगस्टरों का कई राज्यों में है नेटवर्क
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, इस समय गैंगस्टर संदीप काला उर्फ काला जठेड़ी और लारेंस विश्नोई एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं. जबकि सागर धनखड़ मामले में पहलवान सुशील कुमार ने उनके विरोधी गैंग नीरज बवानिया और असौदा का साथ लिया था. इन सभी गैंग का नेटवर्क कई राज्यों में फैला है और इनके साथ अच्छी खासी संख्या में बदमाश हैं. फिलहाल लारेंस विश्नोई, जगदीप जग्गू भगवानपुरिया, संपत नेहरा उर्फ काली राजपूत, राजू बसोदी और रविंद्र उर्फ काली शूटर मकोका के तहत जेल में बंद हैं. जबकि फरार चल रहे सात लाख के इनामी गैंगस्टर काला जठेड़ी पर भी दिल्ली पुलिस ने मकोका लगा दिया है.यूं गैंगस्टरों के करीब आए सुशील कुमार
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, करीब चार साल पहले पहलवान सुशील कुमार ने एक बड़ी कंपनी से नॉर्थ इंडिया के सभी टोल प्लाजा पर टैक्स वसूलने का ठेका हासिल किया था. जबकि इन टोल से अवैध शराब लेकर हरियाणा के गैंगस्टरों के ट्रक भी गुजरा करते हैं. इसके अलावा कारोबारियों से जबरन वसूली करने वाले गैंगस्टर टोल प्लाजा के ठेकेदारों से भी रंगदारी मांगते हैं. इस बीच सुशील को जब इन टोल प्लाजा का ठेका मिला तो गैंगस्टरों ने उनसे संपर्क किया. पुलिस के मुताबिक, गैंगस्टर काला जठेड़ी ने सुशील से रंगदारी तो नहीं मांगी, लेकिन अपने अवैध शराब से लदे ट्रकों को टोल टैक्स से छूट देने की शर्त रखी थी. इस तरह से सुशील कुमार और जठेड़ी गैंग एक दूसरे के करीब आ गए.यही नहीं, पिछले कुछ सालों में गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी का खौफ राजस्थान और हरियाणा के अलावा दिल्ली में भी बढ़ गया. जठेड़ी गैंग इन राज्यों के कारोबारियों से रंगदारी मांगते हैं और कोई मना करता है तो उसके गुर्गे फायरिंग कर दहशत पैदा कर देते हैं. वहीं पुलिस सूत्रों मुताबिक, सुशील से जुड़े लोग डरे-सहमे कारोबारी से सेटलमैंट के लिए संपर्क करते और बीच का रास्ता निकाल लिया जाता है. हालांकि पुलिस का दावा है कि यह सात लाख रुपये का इनामी गैंगस्टर विदेश भाग गया है. इसके अलावा पुलिस पुलिस सूत्रों ने बताया कि मकोका के तहत जेल में बंद मुंडका के पूर्व विधायक रामबीर शौकीन भी पहलवान रह चुका है. सुशील से उसकी पुरानी दोस्ती है. जबकि रामबीर और बहादुरगढ़ के असौदा गांव का राजीव उर्फ काला असौदा रिश्ते में एक-दूसरे के भाई लगते हैं, तो नीरज सहरावत उर्फ नीरज बवानिया दोनों का सगा भांजा है. साफ है कि पूर्व विधायक की वजह से सुशील की कई और गैंग के साथ दोस्ती हुई.
अब तक सुशील समेत नौ लोग गिरफ्तार
पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने सुशील कुमार समेत अब तक नौ आरोपी गिरफ्तार किए हैं. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, सागर हत्याकांड को लेकर हो रही पूछताछ में सुशील कुमार क्राइम ब्रांच की टीम को बार-बार अलग बयान दे रहे हैं. सुशील ने पूछताछ में कहा कि मैं बेगुनाह हूं और मुझे सागर धनखड़ के मसले पर गुमराह किया गया था. साथ ही मुझे उसके खिलाफ गलत जानकारी दी गई थी. आखिर मैं किसी की हत्या क्यों करूंगा? साथ ही पहलवान ने कहा कि लोगों ने फरारी के दौरान कहा था कि तुम फिलहाल छुप जाओ, बाद में सब ठीक हो जाएगा और वकील के मार्फत कोर्ट को बता दिया जाएगा. मैं किसी की हत्या करने की कभी सोच भी नहीं सकता हूं और न मैं किसी भी गैंगस्टर के साथ न रहा हूं, न किसी का समर्थन या सहयोग करता हूं. ये एक साजिश के तहत कोई आरोप लगवा रहा है.