समाजवादी पार्टी का यह नेता देगा ऑक्सीजन प्लांट.
उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन का भारी संकट है और यह संकट इतना जल्दी दूर होता हुआ नजर नहीं आ रहा है, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार प्रतिदिन यह दावा करती है कि ऑक्सीजन का संकट खत्म हो चुका है, मगर अस्पताल के बाहर खड़े लोग, ऑक्सीजन प्लांटओं के बाहर लगी लंबी लाइन, अस्पतालों के बाहर नो ऑक्सीजन लिखा हुआ नोटिस और श्मशान घाटों के बाहर ऑक्सीजन ना मिलने की वजह से इस दुनिया को छोड़ कर जाने वाले लोगों की मृत शरीर चीक चीक कर कहती है कि सरकार के दावे झूठे हैं
वहीं विपक्ष में मौजूद समाजवादी पार्टी लगातार इस मुद्दे को उठाती रही और सरकार से यह सवाल बार-बार पूछती रही कि आखिर उत्तर प्रदेश के लोगों को ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा पर कब तक मिल पाएगा, इसके साथ-साथ स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जो दवा मुख्यमंत्री के द्वारा किया जा रहा है उसकी धज्जियां जमीन पर कैसे उड़ रही है, क्या सरकार पिछले 1 सालों में कोरोना वायरस को लेकर कोई भी तैयारी नहीं की थी, इस तरीके का तमाम सवाल विपक्ष के द्वारा सरकार से पूछा गया मगर सरकार की तरफ से कोई भी ठोस जवाब नहीं मिला
उत्तर प्रदेश में स्थिति यह हो गई है कि अब शहरों के बाद गांव में कोरोना वायरस इस वक्त बहुत तेजी से फैल रहा है और लगातार लोगों की मौतों की खबर अब गांव से भी बड़े पैमाने पर आनी शुरू हो गई है, इसको देखते हुए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने एक बड़ा कदम उठाया है। धर्मेंद्र यादव का लोकसभा क्षेत्र बदायूं और बदायूं के मेडिकल कॉलेज में उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट लगाने का ऐलान किया है
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव कहते हैं कि
“कोरोना महामारी के इस देशव्यापी प्रकोप में सरकार की अव्यवस्थाओं से पूरा देश आहत हैं, कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हमारे देश के लोग एक एक ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से अपनी जान गंवा बैठेंगे । माननीय नेताजी और माननीय अखिलेश यादव जी की प्रेरणा एवम् आशीर्वाद से बदायूं मेडिकल कॉलेज का न केवल सपना देखा बल्कि उसे साकार करने में भी सफल हुआ, पिछले चार सालों में उस मेडिकल कॉलेज की वर्तमान सरकार द्वारा की गई उपेक्षा का ही परिणाम है कि आज हर दिन उस मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी, दवाओं की कमी, वेंटीलेटर की कमी, डॉक्टरों की कमी के कारण लोगों की जान जा रही है। मेरे लिए इस तरह की घटनाएं असहनीय हैं, इसलिए मैंने अपनी पार्टी के सम्मानित जनप्रतिनिधियों से सहयोग मांगकर बदायूं मेडिकल कॉलेज में एक ऑक्सीजन प्लांट लगाने का फैसला किया है। इस प्लांट की क्षमता मेडिकल कॉलेज के सभी मरीजों को एक साथ ऑक्सीजन देने की होगी। जिसपर शासन व प्रशासन के अधिकारी प्रक्रिया का हवाला देकर अभी अपनी सहमति नहीं दे रहे हैं। मैंने अनुरोध किया है कि अधिकारी अपनी सहमति दें, जिससे कम से कम बदायूं मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों को ऑक्सीजन की कमी न हो पाए, तथा ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जान न जाए।