बाल सुधार गृह में बंद बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए उठाए जा रहे ये कदम
नोएडा. कोरोना की तीसरी सबसे ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगी, इस चर्चा के बाद बाल सुधार गृह (juvenile home) के अधिकारी और कर्मचारी सकते में आ गए हैं. बाल सुधार गृह में दर्जनों बच्चे हर वक्त बंद रहते हैं. ऐसे बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए बाल सुधार गृह में आइसोलेशन वार्ड (Isolation Ward) बनाने की तैयारी तेज हो गई है. बच्चों की रोजाना जांच की जा रही है. डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने की योजना पर भी काम चल रहा है. आइसोलेशन वार्ड में बाल सुधार गृह के कर्मचारियों की मदद लेने के लिए उन्हें ट्रेनिंग देने का काम भी चल रहा है. अधिकारी भी लगातार बाल सुधार गृह का निरीक्षण कर हालात पर निगाह रखे हुए हैं.
कोरोना की तीसरी लहर की आमद से पहले बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो जाए. इस योजना पर भी अमल शुरू हो गया है. इसके साथ ही अधिकारियों की मंशा है कि जिन अभिभावकों के बच्चे 12 वर्ष से कम आयु के हैं, उनका टीकाकरण प्राथमिकता के साथ किया जाए और इस संबंध में विधिवत कार्य योजना बनाएं.
हर जिले में ‘अभिभावक स्पेशल’ बूथ बनाए जाएंगे. अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें टीकाकरण के लिए आमंत्रित करें. यह अभिभावक के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा के लिए उपयोगी होगा. इसे अभियान के रूप में संचालित किया जाएगा.
शिक्षक और कर्मचारियों के लिए अलग से बनेंगे 2-2 वैकसीनेशन सेंटर
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि एक जून से सभी 75 जिलों में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के कोविड टीकाकरण का कार्यक्रम शुरू हो रहा है. न्यायिक सेवा, मीडिया, शिक्षकों और कर्मचारी वर्ग से जुड़े लोगों के वैक्सीनेशन के लिए 2-2 वैक्सीनेशन सेंटर सभी जिलों में बनाए जाएंगे. शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, बैंककर्मी आदि का वैक्सीनेशन शीघ्रता से वरीयता के आधार पर कराया जाएगा.