वित्त मंत्री की टीम के ये छह चाणक्य बना रहे हैं आम आदमी का बजट
- केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण 01 फरवरी को पेश करेंगी बजट
नई दिल्ली, 28 जनवरी । वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट पेश हाने में अब कुछ दिन बाकी है। यह बजट नरेन्द्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 01 फरवरी को संसद में बजट पेश करेंगी। बजट तैयार करने में वित्त मंत्री की सहायता कई अधिकारी करते हैं, जिनके कंधों पर बजट से संबंधित अलग-अलग जिम्मेदारियां होती हैं।
कोरोना महामारी के बाद भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था की हालत दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है। हालांकि, वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती दिख रही है, जिसका असर देश के विदेशी व्यापार संतुलन पर पड़ सकता है। फिलहाल भारतीय अर्थव्यवस्था जी-20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है। घरेलू बाजार में महंगाई में गिरावट जारी है। इससे रिजर्व बैंक के नीतिगत ब्याज दर में बढ़ोतरी थम सकती है।
अगामी केंद्रीय बजट से आम आदमी से लेकर उद्योग जगत को भी कई उम्मीदें हैं। हलवा सेरेमनी के बाद इसकी छपाई की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। हालांकि, इस बार का बजट पूरी तरह पेपरलेस होगा। बजट बनाने की प्रक्रिया कई महीने पहले से शुरू हो जाती है। कोरोना महामारी के समय उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस बार उनके सामने देश की इकोनॉमी की रिकवरी तेज करने, कर्ज के बोझ में कमी लाने, मध्यम वर्ग को राहत देने और राजकोषीय घाटा कम करने जैसी बड़ी चुनौतियां हैं।
वित्त मंत्री सीतारमण की कोर टीम में छह सदस्य हैं, जो वित्त वर्ष 2023-24 का केंद्रीय बजट तैयार कर रहे हैं। सीतारमण ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। इससे पहले वे रक्षा और वाणिज्य मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। आगामी बजट उनका चौथा केंद्रीय बजट होगा।
टीवी सोमनाथन (वित्त सचिव): प्रभावशाली नौकरशाह माने जाने वाले टीवी सोमनाथ इस समय वित्त सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वित्त मंत्रालय में व्यय विभाग की जिम्मेदारी इनके पास है। वित्त मंत्रालय का वरिष्ठतम आईएएस अधिकारी वित्त सचिव होता है, जो मंत्रालय के विभिन्न विभागों के काम-काज में समन्वय बनाये रखता है। एक रुपये के नोट पर वित्त सचिव का हस्ताक्षर रहता है। सोमनाथन इससे पहले कंपनी मामलों के मंत्रालय में संयुक्त सचिव रह चुके हैं। अर्थशास्त्र में पीएचडी टीवी सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले 2015-2017 के बीच वह प्रधानमंत्री कार्यालय में भी रह चुके हैं। प्रधानमंत्री के विश्वासपात्र अधिकारियों में इनकी गिनती होती है। सोमनाथन अपने साथियों के बीच भी लोकप्रिय हैं।
अजय सेठ (आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव) : अजय सेठ बजट को तैयार करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव होने के नाते बजट से संबंधित सभी सलाह और सिफारिशों का विश्लेषण करने और वित्तीय विवरण को अंतिम रूप देने वाले बजट डिविजन की जिम्मेदारी उन्हीं के पास है। कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी अजय सेठ की वित्त मंत्रालय में 2021 में आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में नियुक्ति हुई थी। बजट से संबंधित सभी सलाह और सिफारिशों का विश्लेषण भी सेठ ही कर रहे हैं।
तुहिन कांत पांडे (निवेश और सार्वजनिक संपत्ति विभाग के सचिव): केंद्रीय बजट में सरकार के विनिवेश कार्यक्रम को तैयार करने की जिम्मेदारी निवेश और सार्वजनिक संपत्ति विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडे निभा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने एयर इंडिया के निजीकरण और भारतीय जीवन बीमा निगम का प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। तुहिन कांत पांडे 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।
संजय मल्होत्रा (राजस्व विभाग सचिव): वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे संजय मल्होत्रा के सामने अगामी केंद्रीय बजट तैयार करने के दौरान राजस्व का अनुमान तय करने की चुनौती है। इससे पहले वित्त मंत्रालय की बहुत कम या बहुत ज्यादा राजस्व का अनुमान को लेकर आलोचना हो चुकी है। हालांकि, उन्हें टैक्स संग्रह में दिख रहे उछाल का फायदा मिलेगा। मल्होत्रा 1990 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वे पहले सरकारी कंपनी आरईसी लिमिटेड के चेयरमैन एंव मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं।
विवेक जोशी (वित्तीय सेवाओं के सचिव): वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवाओं के सचिव विवेक जोशी मंत्रालय के टॉप अधिकारियों में नया चेहरा हैं। जोशी को नॉर्थ ब्लॉक के काम-काज के तरीकों की अच्छी समझ है। जोशी दो सरकारी बैंकों और लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के निजीकरण से संबंधित मसौदे को वे ही देख रहे हैं। वह नवंबर 2014 से अप्रैल 2017 तक व्यय विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर रह चुके हैं। वित्तीय सेवाओं के सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे जोशी हरियाणा कैडर के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। विवेक जोशी ने जिनेवा विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है।
वी अनंत नागेश्वरन (मुख्य आर्थिक सलाहकार): देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार नागेश्वरन बजट तैयार करने के अलावा 2022-23 का इकोनॉमिक सर्वे तैयार करने की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। नागेश्वरन को चालू वित्त वर्ष के बजट के पेश होने से कुछ दिन पहले मुख्य आर्थिक सलाहाकार नियुक्त किया गया था। नागेश्वरन ने मैसाचुसेट्स एमरेस्ट यूनिवर्सिटी से वित्त में पीएचडी की उपाधि हासिल किया है। उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए भी किया है। नागेश्वरन 2019-2021 के बीच प्रधानमंत्री की इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल के पार्ट-टाइम मेंबर रह चुके हैं।