ओलम्पिक के पदक विजेता को हराकर सेमीफाइनल में ये खिलाड़ी
भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्णन यादव स्पेन के कास्टोलेन में चल रहे बॉक्सम अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट के तीसरे दिन गुरुवार को 2012 लंदन ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता विसेंजो मंगियाकैप्र को 69 किग्रा वर्ग में हराकर सेमीफाइनल में पहुंच गए।
टोक्यो ओलंपिक में अपनी जगह बना चुके राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन विकास ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इटली के मंगियाकैप्र को 3-2 से हरा कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। उनके अलावा भारत के अन्य पांच मुक्केबाजों ने अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में जीत दर्ज कर 35वें बॉक्सम अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में पुरुष श्रेणी में भारत के छह पदक पक्के किए।
2018 राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता मोहम्मद हुसामुद्दीन ने 57 किग्रा श्रेणी में इटली के सिमोन स्पादा को 5-0, एक साल बाद रिंग में वापसी करने वाले विश्व चैंपियनिशप के कांस्य पदक विजेता मनीष कौशिक ने कजाकिस्तान के सैफुलीन जाकिर को 4-1, 2019 एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता आशीष कुमार (75 किग्रा) और सुमित सांगवान (81 किग्रा) ने अपने मैचों में क्रमश: इटली के रेमो साल्वती और बेल्जियम के जियाद इल मोहर को 4-1 और ओलंपिक में 91 किग्रा से अधिक श्रेणी स्पर्धा में क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार ने डेनमार्क के गिव्सकोव नीलसन को 5-0 से हरा कर सेमीफाइनल में पहुंचे।
इस बीच विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता अमित पंघल (52 किग्रा) और संजीत (91) को अपने-अपने अंतिम-8 मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। पंघल को स्थानीय मुक्केबाज और यूरोपीय खेलों के चैंपियन गैब्रियल इस्कोबार और संजीत को इटली के मैटियो गिरोलामो से 2-3 से हार मिली।
टूर्नामेंट में दस पदक पक्के करने के बाद भारत की चार महिला और छह पुरुष मुक्केबाजों का लक्ष्य अब स्वर्ण पदक मैच यानी फाइनल में अपना स्थान सुनिश्चित करने पर है। शुक्रवार रात को सभी ये सभी दस मुक्केबाज अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले खेलेंगे। महिला वर्ग में ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा), जास्मिन (57 किग्रा), सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) शामिल हैं।