विधानसभा के बजट सत्र के पहले राज्यपाल की देरी को लेकर भड़के ये लोग
उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन गुरूवार को राज्यपाल के अभिभाषण में हुयी देरी और मीडिया को प्रेस दीर्घा में बैठने की अनुमति नहीं देने पर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की।
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब विधानमंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिये राज्यपाल पांच मिनट की देरी से आयी।
नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी (सपा) के रामगोविंद चौधरी ने दावा किया कि राज्यपाल सरकार के झूठ को पढना नहीं चाहती थी, इसीलिये वह देर से आयी। श्री चौधरी ने कहा “ एक महिला का सम्मान करने के लिये समूचे विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार किया क्योंकि वह राज्यपाल के संबोधन के दौरान सदन के भीतर कोई बाधा खड़ा करना नहीं चाहता था।”
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित और सत्ताधारी भाजपा के सदस्यों ने हालांकि राज्यपाल की देरी को लेकर कोई बयान नहीं दिया। इस बीच विपक्ष ने प्रेस गैलरी के खाली रहने का मुद्दा उठाया और विधानसभा अध्यक्ष से पूछा कि क्या मीडिया भी विधानसभा की कार्यवाही का बायकाट कर रहा है। इस पर श्री दीक्षित ने साफ किया कि कुछ मीडिया कर्मियो को इजाजत दी गयी है लेकिन कोरोना महामारी के कारण मीडियाकर्मियों के सदन से बाहर बैठने की व्यवस्था की गयी है।
मीडियाकर्मियों को सदन की कार्यवाही कवर करने की इजाजत देने की मांग पर श्री दीक्षित ने कहा कि वह इस बारे में राजनीतिक दलों के नेताओं से बात करेंगे। आज का एजेंडा पूरा करने के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिये स्थगित कर दी गयी।