पाकिस्तान में ऑनलाइन अभिव्यक्ति की आजादी की गुंजाइश कमः फ्रीडम नेटवर्क ग्रुप

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के फ्रीडम नेटवर्क ग्रुप ने कहा है कि 2020 में पाकिस्तान में मतभेद और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए ऑनलाइन स्पेस बहुत कम हो गया है और हेट स्पीच और डिजिटल निगरानी ने अपनी पैठ जमा ली है।
ग्रुप ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान की साइबर नीति में नकारात्मक बदलाव आया है, जिसकी वजह से ऑनलाइन सेंसरशिप और निगरानी, निजता का हनन, हेट स्पीच गलत जानकारी और फेक न्यूज़ भारी तादाद में पाकिस्तान में जगह बना चुके हैं। ग्लोबल इंटरनेट फ्रीडम रैंकिंग में पाकिस्तान को 100 में से 38 नंबर मिले हैं।
इस ग्रुप ने आरोप लगाया कि मीडिया से जुड़े हुए लोग, विपक्षी राजनीतिक दल के सदस्य, सिविल सोसाइटी के सदस्य और नागरिकों को चुप कराने के लिए भी पुरजोर कोशिश की जाती है। फेडरल सरकार अपने अधिकार को बढ़ाने और फैलाने के लिए मीडिया सेक्टर को जरूरत से ज्यादा नियंत्रित करके रखती है और अभिव्यक्ति की आजादी को अपने फायदे के हिसाब से तय करती है।
साइबर क्राइम कानून को पत्रकारों और सरकार के खिलाफ टिप्पणी करने वालों के मनोबल को तोड़ने के लिए बराबर इस्तेमाल किया जाता।