नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 51 सेंमी ऊपर पहुंचा, परेशान हुए लोग
बाराबंकी सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 51 सेमी ऊपर पहुंचा। तराई इलाके के लगभग 60 गांवों में पानी भर जाने की वजह से लोग घर छोड़ने को मजबूर हो रहे है। ज्यादातर परिवारों ने तटबंध पर आशियाना बनाकर प्रदेश की योगी सरकार से एक राहत भरी उम्मीद की आस बनाए हुए हैम
कुछ ही दिन पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी के बाढ़ इलाकों में अचानक पहुंचकर जिले में हड़कंप मचाया था। उसके बाद भी बाढ़ इलाकों की जनता का दर्द क्षेत्रीय विधायक नहीं सुन पा रहे हैं। बाढ़ इलाकों में राहत सामग्री का पैकेट पहुंचाने वाले कैंप को कोसों दूर बनाकर बाढ़ ग्रस्त इलाके के रहने वाले परिवारों के लिए बड़ी मुसीबत का सबब बना दिया गया है। बाढ़ प्रभावित इलाके के ग्रामीण जहां बाढ़ से परेशान हैं तो वही स्थानीय विधायकों की कारस्तानी का नतीजा है कि बाढ़ इलाके से काफी दूरी पर स्थित कोटवा धाम में बनाया गया बाढ़ सामग्री वितरित केंद्र।
अब देखना यह है कि क्या मुख्यमंत्री तक इन बाढ़ ग्रस्त इलाकों में रहने वाले परिवारों की आवाज उन तक पहुंच पाती है या फिर अनसुनी रह जाती है।