सुप्रीम कोर्ट ने पति को दी चेतावनी, कहा- पत्नी का करें सम्मान, नहीं तो जाना होगा जेल
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नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court ) ने एक पति-पत्नी के झगड़े के मामले की सुनवाई करते हुए पति को कड़ी फटकार लगाई है. कोर्ट ने पति को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वो अपनी पत्नी का सम्मान नहीं करते हैं तो उन्हें जेल जाना होगा. पत्नी ने आरोप लगाया था कि पति उसे प्रताड़ित करता है. साथ ही उसने ये भी आरोप लगाया कि वो उनका सम्मान नहीं करते हैं और ठीक व्यवहार भी नहीं करते.मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना और जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच ने मामले की वर्चुअल सुनवाई की.
सुनवाई के दौरान पति और पत्नी दोनों को ऑनलाइन आने को कहा गया. कोर्ट ने इन्हें फिर से साथ रहने को कहा. पत्नी ने कहा कि वो अपने पति के साथ रहने को तैयार है, लेकिन वो उसके साथ सम्मान से पेश नहीं आते. इसके बाद न्यायमूर्ति कांत ने पति से कहा, ‘हम आपके व्यवहार को देखेंगे. यदि आप कुछ भी गलत करते हैं, तो हम आपको नहीं बख्शेंगे.’
इन दोनों की शादी चार साल पहले हुई थी. लेकिन एक महीने के बाद ही और दहेज की मांग करते हुए लड़के के परिवार ने पत्नि को घर से बाहर निकाल दिया था. लड़के के वकील चाहते थे कि वो उन्हें तलाक दे. लेकिन लड़की ने कोर्ट में बेंच के सामने कहा, ‘मैं क्यों तलाक दूं. मैं सम्मान से उनके साथ रहना चाहती हूं. मैं अब भी उनसे प्यार करती हूं.’ कोर्ट को लगा कि सारी परेशानियों की जड़ लड़के और परिवार वाले हैं. लिहाजा कोर्ट उन्हें सुधरने के लिए चेतावनी दे डाली.
पत्नी को वापस घर लाने को कहा
न्यायमूर्ति कांत ने पति रवि किरण राकेश को कहा, ‘आप उनके घर जाइए और उन्हें ससुराल से ले कर आईए. पुरानी बातों को भुलाकर दांपत्य जीवन की नई शुरुआत करें.’ कोर्ट ने साथ ही पत्नी से कहा कि वो अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ सारे मुकदमे वापस ले.
वापस जेल भेज देंगे अगर…
मुख्य न्यायाधीश ने पति की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अंजना प्रकाश से कहा, ‘मामलों को वापस लेने के लिए एक हलफनामा दाखिल करें. लेकिन अगर पति गलत व्यवहार करता है, तो हम उसे वापस जेल भेज देंगे. हम मामले को लंबित रख रहे हैं.’ पति ने कहा कि वह उसके साथ बुरा व्यवहार नहीं करेगा और शांति से उसके साथ रहेगा.