सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को लगाई फटकार, अतीक अहमद की गाड़ी को अस्पताल क्यों नहीं ले गए
अतीक और अशरफ की हत्या की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति गठित करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट तीन सप्ताह के बाद सुनवाई करेगा।सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा कि माफिया भाइयों अतीक और अशरफ को ले जा रही गाड़ी को सीधे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने अदालत को बताया कि उन्होंने इस मामले को देखने के लिए एक आयोग नियुक्त किया है।24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।पुलिस ने उमेश की पत्नी की शिकायत पर अतीक, अशरफ, शाइस्ता, असद समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया था।इस हत्याकांड में 7 शूटर शामिल थे। इनमें से अरबाज, विजय चौधरी, गुलाम और असद एनकाउंटर में ढेर हो गए।जबकि अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई।पुलिस घेरे में इस दोहरे हत्याकांड को अरुण मौर्या, सनी और लवलेश तिवारी ने अंजाम दिया। तीनों पत्रकार बनकर पुलिस के काफिले के नजदीक पहुंचे और जैसे ही अतीक और उसके भाई अशरफ ने मीडिया से बात करना शुरू की, तीनों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस दौरान करीब 18 राउंड गोलियां चलीं, जिनमें से 8 गोली अतीक अहमद को लगीं।दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।