जानिए किसने किया था विश्व का पहला लॉकडाउन, ये बात है 5100 वर्ष पूर्व की…
सृष्टि का पहला लॉक डाउन भगवान कृष्ण के समय मे द्वापर युग मे अब से 5100 वर्ष से भी पहले हुआ था।
अब का लॉक डाउन पहला लॉक डाउन नही है। ये कहना है द्वापर युग मे ब्रजवासियो को गिर्राज पर्वत के नीचे भगवान कृष्ण ने बचाया था कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने ब्रज के लोगों को गोवर्धन पहाड़ी के नीचे पनाह देकर 7 दिनों से हो रही भारी वर्षा से बचाया था |
बहुत समय पहले ब्रज में कई वर्षों से वर्षा नहीं हुई थी | वहां की जनता निराश होकर वर्षा के देवता भगवान इंद्र की पूजा कर रही थी | उन्होंने भगवान इंद्र को मनाने के लिए हर प्रकार के उपाय किए परंतु इसका कोई असर नहीं हुआ | इसलिए भगवान कृष्ण ने उन्हें भगवान इंद्र की पूजा न करने को राजी कर लिया |
भगवान कृष्ण ने कहा — “वर्षा के लिए पर्वतों, वृक्षों और नदियों की पूजा करनी चाहिए | गोवर्धन पर्वत की प्रार्थना करो वह निश्चित रूप से वर्षा लेकर आएंगे |” ब्रज की जनता ने गोवर्धन पर्वत की पूजा शुरू कर दी और भगवान कृष्ण भी उनके साथ शामिल हो गए | इस बात ने भगवान इंद्र को बहुत अधिक क्रोधित कर दिया | उन्होंने खुद को अपमानित महसूस किया और बदला लेने का निर्णय लिया | उन्होंने सोचा — “इन ग्वालों और चरवाहों ने मेरा अपमान करने की हिम्मत कैसे की ? मैं उन्हें ऐसा सबक सिखाऊंगा कि वह उसे अपने पूरे जीवन याद रखेंगे |”
भगवान इंद्र ने समवर्तक को बुलाकर पृथ्वी पर भारी बारिश करने को कहा | वह घने काले बादल थे और उन्होंने पृथ्वी पर मूसलाधार वर्षा शुरू कर दी | समवर्तक की भारी बूंदों के गिरने से ब्रज डूबने लगा और नदियों और झीलों में पानी भर गया | बिजली और तूफान ने निर्बल लोगों के दिल में भय पैदा कर दिया | तेज हवाओं ने वृक्षों को जड़ से उखाड़ दिया और घरों को नष्ट कर दिया।
सभी लोग भगवान कृष्ण के पास गए | उन्होंने कहा — “हे कृष्ण ! केवल आप ही हमारी रक्षा कर सकते हैं | यदि वर्षा इसी प्रकार जारी रही तो, हम सभी अपने मवेशियों और झुंडो के साथ मर जाएंगे |” भगवान कृष्ण जानते थे कि यह असामयिक तूफान लाकर भगवान इंद्र गलत कर रहे थे | उन्हें अपने लोगों की रक्षा करने और इंद्र के घमंड को नष्ट करने के लिए कुछ करना था |
उस वक़्त लगा विश्व का पहला लॉकडाउन
उन्होंने अपनी सारी शक्ति अपनी छोटी उंगली पर केंद्रित कर दी और गोवर्धन पर्वत के पास गए | उन्होंने गोवर्धन पर्वत को ऊपर उठाया और अपनी छोटी उंगली पर रख दिया,फिर पूरे ब्रज में सात दिन तक लॉकडाउन किया जिसके बाद सभी ब्रजवासियों की जान बच सकी।