आगरा का डूबता ताजमहल दीवारों को डूबोने लगी यमुना नदी।
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में बाढ़ की चपेट में 35 गांव और 10 कॉलोनियां आ गई हैं।ताजमहल के चबूतरे की दीवार पर को भी यमुना का पानी टक्कर मार रहा है। ताजमहल के पास दशहरा घाट पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गया है और वहां पर आवागमन बंद करा दिया गया है।
दयालबाग से बलकेश्वर तक रास्तों में पानी भर गया है। फिलहाल मौके पर एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है।ताजमहल की दीवारों के करीब आ गया है यमुना नदी का पानीअधिकारियों के मुताबिक, यमुना का जलस्तर 499 फीट के ‘मध्यम बाढ़ स्तर’ को पार कर गया है। मंगलवार को आगरा में यमुना का जलस्तर 499.97 फीट तक पहुंच गया, जिसके कारण पानी ताजमहल की दीवारों के करीब आ गया।
नदी का पानी दीवारों के इतना करीब आने से स्मारक के पीछे बना बागीचा जलमग्न हो गया। ताजमहल के संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने मंगलवार को कहा, ‘वर्ष 2010 में और उससे पहले 1978 में यमुना का पानी ताजमहल की दीवारों तक पहुंचा था। वर्ष 1978 की बाढ़ में पानी स्मारक के तहखाने के कमरों में घुस गया था।’इसी बीच ये खबर आ रही है कि ताजमहल की 2 फीट तक की दीवारें यमुना के पानी में डूब गई हैं।
आगरा में मंगलवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 497.30 फीट तक पहुंच गया है, जो मीडियम फ्लड लेवल से महज 2 फ़ीट नीचे है।इसी वजह से ताजमहल के पीछे बने ताज व्यू पॉइंट पर भी यमुना नदी का पानी पहुंच गया है। जिस वजह से इसे आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।
इसके साथ ही ताज महल के पीछे महताब बाग के पास में बनी ताज सुरक्षा पुलिस चौकी में भी यमुना नदी का पानी भर जाने के कारण वहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को अपना सामान लेकर पास की अस्थाई चौकी में जाना पड़ा।