देश में सबसे ज्यादा मिजोरम में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट, केंद्र सरकार…
नई दिल्ली. देश में एक बार फिर कोरोना (Corona) का कहर बढ़ता दिखाई दे रहा है. त्योहारी सीजन से पहले ही विशेषज्ञों ने तीसरी लहर (Corona Third Wave) की चेतावनी जारी कर दी है. तीसरी लहर की आहट के बीच अब मिजोरम (Mizoram) से डराने वाली जानकारी सामने आने लगी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मिजोरम में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और वहां पर पॉजिटिविटी रेट अब 18.44 प्रतिशत के करीब पहुंच चुका है. बता दें कि भारत में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण की दर मिजोरम में ही दिखाई पड़ रही है. मिजोरम में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब केंद्र सरकार ने विशेषज्ञों की एक विशेष टीम और दवाएं भेजने की तैयारी की है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को देश की साप्ताहिक संक्रमण दर 1.74 प्रतिशत रहा, जो पिछले 97 दिनों के लिए 3 प्रतिशत से कम है वहीं दैनिक संक्रमण दर 1.56 प्रतिशत है, जो पिछले 31 दिन में 3 प्रतिशत से कम है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को नई दिल्ली में मिजोरम सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए कहा था कि विशेषज्ञों की एक टीम जल्द से जल्द मिजोरम भेजी जाएगी. आइजोल में एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि भूषण ने मिजोरम प्रतिनिधिमंडल को सूचित किया कि केंद्र मिजोरम के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल (मैक) की आपूर्ति की व्यवस्था कर सकता है, जो एक महंगी लेकिन अत्यधिक प्रभावी कोविड दवा है, जिसकी कीमत मिजोरम के लिए 1,20,000 रुपये प्रति सेट है.
राज्य को वित्तीय मदद के लिए मिजोरम प्रतिनिधिमंडल की मांग का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए केंद्र की ओर से आपातकालीन कोविड पैकेज के तहत कुल 14,744.99 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है जिसमें से मिजोरम के लिए 44.38 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. शीर्ष अधिकारी ने बताया कि 19.94 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है. पहली किस्त के खर्चे की जानकारी मिलते ही शेष राशि जारी कर दी जाएगी. मिजोरम सरकार के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में राज्य के लोकसभा और राज्यसभा सदस्य सी. लालरोसंगा और के. वनलालवेना, मुख्यमंत्री के ओएसडी, रोसांगजुआला और दिल्ली में राज्य के रेजिडेंट कमिश्नर अमजद टाक शामिल थे.
बता दें कि लालरोसंगा ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को राज्य में चल रहे कोरोना संकट के बारे में अवगत कराया और बताया कि कैसे संक्रमण मामलों की बढ़ती संख्या के कारण मिजोरम को दवाओं, उपकरणों और अन्य कोविड से संबंधित सामग्री के रूप में केंद्रीय सहायता की सख्त जरूरत है. प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के सामने चल रहे कोविड संकट की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक टीम को जल्द से जल्द मिजोरम भेजने का अनुरोध किया है. मिजोरम के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पिछले दो हफ्तों से हर दिन लगभग 1,500 लोगों की कोविड जांच की जा रही है. 11 लाख की आबादी के साथ, भारत के दूसरे सबसे कम आबादी वाले राज्य मिजोरम में अब तक 93,660 संक्रमण के मामले सामने आए हैं जबकि 309 लोगों की मौत हुई है.