विपक्षी गठबंधन ने जारी किया घोषणापत्र, कहा-प्रण हमारा संकल्प बदलाव का
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन ने नवरात्र के पहले दिन शनिवार को साझा घोषणा पत्र जारी किया। इसे प्रण हमारा संकल्प बदलाव का, के नाम से जारी किया गया है। इसमें विपक्षी गठबंधन ने बेरोजगारी को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया। इसमें कहा गया है कि सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में दस लाख नौजवानों को रोजगार देने के साथ ही परीक्षा के लिए भरे जाने वाले सरकारी आवेदन फार्म की फीस माफ की जाएगी। इसके अलावा राजद के साथ ही कांग्रेस और वाम दलों ने सरकार गठन के बाद बिहार के लिए जो प्राथमिकताएं तय की हैं, उसका जिक्र है।
घोषणा पत्र में पहली कैबिनेट में दस लाख नौजवानों को रोजगार देने और फीस माफी के अलावा परीक्षा केंद्रों तक जाने का किराया भी परीक्षार्थियों को सरकार देगी। घोषणा पत्र में पलायन रोकने का संकल्प किया गया है। किसी भी तरह की आपदा और आवश्यकता पड़ने पर श्रमवीर प्रवासी व उनके परिवार की मदद के लिए कर्पूरी श्रम सहायता केंद्र खोलने, संविदा प्रथा को समाप्त कर नियोजित शिक्षकों को स्थायी करने और शिक्षकों के लिए सामान काम सामान वेतन, जीविका दीदियों का मानदेय दोगुना करने, पहले विधानसभा सत्र में केंद्र के कृषि संबंधी तीनों कानूनों के प्रभाव से बिहार के किसानों को मुक्ति दिलाने का वादा किया गया है।
इसके अलावा किसानों की ऋण माफी, मनरेगा के तहत प्रति परिवार की बजाय प्रति व्यक्ति को काम का प्रावधान, न्यूनतम वेतन की गारंटी और कार्य दिवस को 100 से बढ़ाकर 200 करने, मनरेगा की तर्ज पर ही रोजगार योजना बनाने, सभी विभागों में निजीकरण को समाप्त कर स्थायी और नियमित नौकरी की व्यवस्था करने की भी घोषणा की गई है।
घोषणा पत्र जारी करने के लिए आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजद नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह, सीपीआई एमएल की शशि यादव, सीपीआई एम के अरुण सिन्हा, सीपीआई के राम बाबू कुमार सहित अन्य नेता मौजूद थे।
प्रण हमारा, संकल्प बदलाव काः तेजस्वी यादव
विपक्षी महागठबंधन का घोषणापत्र जारी करते वक्त तेजस्वी यादव ने कहा कि आज शुभ दिन है। नवरात्र की कलश की स्थापना की गई है। कलश स्थापना के समय संकल्प लिया जाता है। इसलिए हम सभी प्रण हमारा, संकल्प बदलाव का जारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है। पिछले 15 साल से नीतीश कुमार बिहार में सरकार चला रहे हैं लेकिन आज तक वो हमारे प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला पाए। हम वादा करते हैं कि कैबिनेट के पहले फैसले में ही बिहार में युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरी दी जाएंगी। इसके अलावा बिहार में हमारी सरकार बनने के बाद हम प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाएंगे।
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थक चुके हैं। वे मेरे अनुभव पर सवाल उठाते हैं। उन्हें बताना चाहिए कि मैं अगर अनुभवी नहीं था तो मुझे उपमुख्यमंत्री क्यों बनाया। 15 साल से डबल इंजन की सरकार है तो फिर सवाल किससे किया जाएगा। नीतीश कुमार रोजगार, गरीबी, भुखमरी और पलायन पर बातें नहीं करते। मरौढ़ा, परसा, मधेपुरा में कारखाना लगा कि नहीं। नीतीश कुमार तो हार मान चुके हैं, वे कहते हैं कि यहां समुद्र नहीं है, इसलिए कल कारखाने नहीं लगा सकते।
ये चुनाव नई दशा बनाम दुर्दशा का हैः सुरजेवाला
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि ये नई दशा बनाम दुर्दशा का चुनाव है। ये चुनाव नया रास्ता और नया आसमान बनाम हिन्दू-मुसलमान का चुनाव है। ये चुनाव खुद्दारी और तरक्की बनाम बंटवारा और नफरत का चुनाव है। उन्होंने कहा कि बिहार की पीठ पर नीतीश और मोदी ने वार किया है। बिहार खुद्दार है, वार बर्दाश्त नहीं करेगा।