यूपी चुनाव से पहले इस गांव का नाम बदला, लिस्ट में कई ‘नाम’ अब भी कर रहे इंतजार
लखनऊ. प्रयागराज, मुगलसराय, फैजाबाद का नाम बदलने के बाद यूपी में अब एक और गांव का नाम बदल गया है. प्रदेश के जौनपुर जिले में सादी खुर्द गांव का नाम अब बदलकर शचीपुरम हो जाएगा. राज्य सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने गांव का नाम बदलने को मंजूरी दे दी है. विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के कई शहरों और गांवों-कस्बों का नाम बदलने का प्रस्ताव केंद्र के पास भेज रखा है. इनमें फिरोजाबाद, संभल, सुल्तानपुर और देववंद सरीखे नाम शामिल हैं. इन नामों को बदले जाने पर अभी तक केंद्र से मंजूरी नहीं मिल सकी है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्नाव के पास साधा परगना हसनगंज का नाम बदलकर दामोदर नगर और मुरादाबाद के गांव सरकड़ा खास को सराका विश्नोई किए जाने का प्रस्ताव भी केंद्र को भेजा हुआ है. इन पर केंद्र में अभी विचार चल रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण सादी खुर्द के नाम बदलने में सालभर की देरी हुई. इस प्रस्ताव को इस वर्ष मार्च-अप्रैल में मंजूर किया गया था. आपको बता दें कि यूपी में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की ओर से नाम बदलने के कई और प्रस्ताव अभी पाइपलाइन में हैं.
कई विभागों से NOC के बाद बदलता है नाम
रिपोर्ट के मुताबिक, योगी सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि जिन स्थानों के नाम परिवर्तन के प्रस्ताव पर राज्य सरकार विचार कर रही है, उनमें फिरोजाबाद जिले को चंद्रनगर, सम्भल को पृथ्वीराज नगर या कल्कि नगर, देववंद को देवव्रंद तथा सुल्तानपुर को कुशभवनपुर किया जाना शामिल है. गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र के सतारा स्थित नहावी बीके का नाम बदलकर जयपुर करने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. गृह मंत्रालय के उक्त अधिकारी ने बताया, ‘खुफिया ब्यूरो की फील्ड यूनिट, जियोग्राफिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) तथा डाक विभाग एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से तलब रिपोर्ट के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया गया है.’ सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार रेलवे स्टेशनों, गांवों, शहरों एवं नगरों के नाम परिवर्तन के लिए राज्य सरकार को केंद्रीय गृह मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होता है.
यूपी में इससे पहले बदले हैं कई नाम
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे पहले यूपी में कई अन्य स्थानों के नाम बदलने को मंजूरी दी है. इनमें ब्रिटिश कालीन रेलवे स्टेशन रॉबर्ट्सगंज का नाम बदलकर सोनभद्र करने, मथुरा के निकट स्थित फराह टाउन रेलवे स्टेशन को डीडीयू स्टेशन, इलाहाबाद शहर को प्रयागराज और आइकॉनिक मुगलसराय जंक्शन को भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर रखे जाने को मंजूरी दी थी. अधिकारियों के अनुसार, पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने की राज्य सरकार की बहुप्रतीक्षित मांग अभी लंबित है, क्योंकि इसके लिए संविधान संशोधन की आवश्यकता होगी. विदेश मंत्रालय ने नए नाम पर अपनी आपत्ति जताते हुए कहा था कि इससे पड़ोसी बांग्लादेश जैसा आभास होता है.