टीबी के मरीज के लिये सबसे महत्वपूर्ण बात समयबद्ध ढंग से नियमित उपचार उपलब्ध कराना-योगी
योगी ने कहा कि टीबी के मरीज के लिये सबसे महत्वपूर्ण बात समयबद्ध ढंग से नियमित उपचार उपलब्ध कराना है। टी0बी0 उन्मूलन अभियान में स्वास्थ्य विभाग सहित सभी विभागों को सम्मिलित रूप से प्रयास करना होगा, तभी प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के अनुसार वर्ष 2025 तक देश को टी बी से मुक्त करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि टी बी की बीमारी का उपचार एकदम मुफ्त है। शासन की ओर से उपचार की अवधि में पौष्टिक आहार लेने के लिये 500 रुपये प्रतिमाह की व्यवस्था है।
उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वह एक-एक टीबी के मरीज को गोद लेकर उसके उपचार की निरन्तरता तथा मिल रही शासकीय सहायता की जानकारी लेते रहें। इससे क्षय रोग का मरीज जल्द ही बीमारी से मुक्त हो सकेगा। क्षय रोग के मरीज के उपचार का क्रम बीच में टूटने से बीमारी की गम्भीरता बढ़ सकती है। किसी भी व्यक्ति की नियमित और संयमित दिनचर्या उस व्यक्ति को तमाम प्रकार की बीमारियों से मुक्त कर सकती है। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को बीमारी हो जाती है तो उसके प्रति भेदभाव नहीं होना चाहिए, बल्कि उसके साथ सहानुभूति रखते हुए शासन की योजनाओं से जोड़ा जाना चाहिए। वर्तमान केन्द्र व राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से व्यापक स्तर पर संसाधन उपलब्ध करा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित तराई के 38 जिले जेई से ग्रसित थे। इन 38 जिलो में 40-45 वर्षों से प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में मौतें हो रही थीं। वर्ष 2017 से वर्तमान राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार, यूनीसेफ, डब्लूएचओ आदि संस्थाओं के साथ मिलकर एक अभियान चलाया। अभियान के परिणामस्वरूप इंसेफेलाइटिस की बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण प्राप्त करने में सफलता मिली।
कोरोना से बचाव के लिये निरन्तर सावधानी बरतने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन आने का मतलब यह नहीं है कि हम लापरवाह हो जायें। कोरोना के प्रति अभी भी सतर्कता बरतने की जरूरत है। आज लोकार्पित की गयी योजनाएं एवं शिलान्यास की गयी योजनाओं से स्वास्थ्य सेवाओं में निश्चित रूप से प्रभावी सुधार आएगा तथा भविष्य में यह अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होंगी।
कार्यक्रम को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने भी सम्बोधित किया। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर महिला कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।