फिरोजाबाद पुलिस का बेरहम चेहरा आया सामने, जाने पूरा मामला

फिरोजाबाद पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है जहां दो पक्षों हुए विवाद के बाद मौके पर पहुंची पुलिस एक ही पक्ष की चार महिलाओं सहित पांच लोगों को बिना महिला कॉन्स्टेबल के जबरन गाड़ी में बैठकर थाने ले आई जिसमें एक महिला 8 माह की गर्भवती थी।पुलिस ने सभी को 18 घंटे थाने में रखने के बाद शांति भंग में उप जिलाधिकारी कोर्ट भेज दिया जहां से सभी को जवाब पर रिहा कर दिया गया है यह पूरा मामला 20 जून का है।

मामला थाना नारखी क्षेत्र के गांव परीक्षित का है।जहां गांव के ही रहने वाले दो पक्षों में किसी बात को लेकर मारपीट हो गई। घटना की सूचना पर थाना नारखी पुलिस मौके पर पहुंची और बिना महिला कॉन्स्टेबल के 4 महिलाओं सहित 5 लोगों को गिरफ्तार कर थाने ले आई। इनमें एक महिला 8 माह की गर्भवती थी पुलिस ने बेशर्मी की हदें पार करते हुए गर्भवती महिला को 18 घंटे थाने में बैठा कर रखा।महिला थाने में दर्द से तड़पती रही लेकिन पुलिस को जरा भी दया नहीं आई,और पुलिस ने गर्भवती महिला सहित पांचों लोगों के खिलाफ शांति भंग में कार्रवाई करते हुए सभी को अगले दिन उप जिलाधिकारी न्यायालय भेज दिया जहां उप जिलाधिकारी ने सभी को जमानत पर रिहा कर दिया है। पुलिस की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।बड़ा सवाल यह है कि आखिर बिना महिला कांस्टेबल के पुलिस महिलाओं को कैसे गिरफ्तार कर लाई और पुलिस को गर्भवती महिला पर भी दया नहीं आई। फिलहाल इस संबंध में फिरोजाबाद पुलिस कैमरे पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।

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