हेलिकॉप्टर रोके जाने का मामला ने मचाया हलचल, अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से की यह मांग
नकेंद्र सरकार ने दिल्ली में उनके हेलिकॉप्टर को रोक दिया
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के हेलिकॉप्टर से उड़ान भरने में हुई देरी का मामला अब चुनाव आयोग तक पहुंचता दिख रहा है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से यह आरोप लगाते हुए संज्ञान लेने की मांग की है कि मुजफ्फरनगर में उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने दिल्ली में उनके हेलिकॉप्टर को रोक दिया था. बता दें कि अखिलेश ने कल ट्वीट के जरिए भी भाजपा को घेरा था.
चुनाव से पहले बीजेपी कुछ भी कर सकती है
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा था, ‘चुनाव से पहले बीजेपी कुछ भी कर सकती है.’ इस घटना को देखते हुए अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से इस मामले को उठाने की मांग की है. समाचार एजेंसी एएनआई को अखिलेश यादव ने बताया, ‘अगर किसी को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाना है और अधिकारी उसे हेलिकॉप्टर में चढ़ने से पहले लगभग दो घंटे इंतजार करवाते हैं, तो कोई कैसे गंतव्य (डिस्टिनेशन) तक पहुंचेगा? मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.’
अखिलेश यादव ने कहा कि लोगों ने मुझे हवाई अड्डे पर रोका
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कार्यक्रम के अनुसार, मुजफ्फरनगर में उनकी प्रेस कांफ्रेंस शुक्रवार को दोपहर करीब 1 बजे निर्धारित थी, लेकिन वह दोपहर करीब 2.30 बजे तक दिल्ली में ही थे. हालांकि, कुछ समय बाद वह हेलिकॉप्टर से मुजफ्फरनगर गए. अखिलेश यादव ने कहा कि लोगों ने मुझे हवाई अड्डे पर बताया कि भाजपा नेताओं ने मुझसे पहले उड़ान भरी थी. मुझे एयर ट्रैफिक अधिकारियों ने यह बताया था. भाजपा नेताओं को इंतजार नहीं करना पड़ा जबकि मुझे दो घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा. भाजपा जो भी कर रही है, उत्तर प्रदेश की जनता करारा जवाब देगी और उन्हें सत्ता से बेदखल कर देगी.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से शुरू हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण का चुनाव 14 फरवरी को, तीसरे चरण में 20 फरवरी को, चौथे चरण में 23 फरवरी को, पांचवें चरण में 27 फरवरी को, छठे चरण में 3 मार्च को और अंतिम चरण में 7 मार्च को मतदान होगा. उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना 10 मार्च को होगी.