कश्मीर में फिर ‘आतंक का आका’ हुआ एक्टिव, पाक के SSG कमांडो कर रहे आतंकियों की मदद
जम्मू और कश्मीर में गैर-मुस्लिमों की लक्षित हत्याओं के पीछे भी पाकिस्तान का ही हाथ है। जम्मू-कश्मीर में लक्षित हमलों के पीछे साजिश के अलावा पाकिस्तान आतंकी खेप भेजने के लिए अपनी स्पेशल सर्विस ग्रुप (एसएसजी कमांडो) को आगे कर रहा है। जिस तरह से पुंछ और राजौरी के इलाकों में मुठभेड़ हुई है उसे देखते हुए माना जा रहा है कि आतंकियों की मदद पाकिस्तान आर्मी का स्पेशल सर्विस ग्रुप कर रहा है। बता दें कि अफगानिस्तान के पंजशीर घाटी में भी पाक के इसी एसएसजी कमाडो ने तालिबान की मदद की थी।
अधिकारियों का कहना है कि सीमा पार से कई मोर्चों पर साजिश हो रही है। घाटी में सुरक्षा बलों के सघन ऑपरेशन के चलते आतंकी गुट पूरी तरह पस्त न पड़ें, इसके लिए पाक कमांडो आतंकियों को हर तरह से मदद दे रहे हैं। खुफिया सूत्रों ने कहा कि पुंछ में जिस तरह से भारतीय जवानों को नुकसान हुआ है उसे देखते हुए साफ है कि पाक सेना के प्रशिक्षित जवान आतंकियों के साथ हैं।
दरअसल, पुंछ का इलाका एलओसी के पास के घने जंगलों में 10 किलोमीटर की दूरी पर है। सूत्रों ने कहा कि भारत 1965 की जंग के बाद से आज तक भिम्बर गली, मेंढर, मनकोट, बालाकोट और केजी सेक्टर के इलाकों में फायदे की प्रभावी स्थिति में रहा है। बीते दिनों इसी जगह पर आतंकियों के साथ मुठभेड़ में भारत के कई जवान शहीद हुए।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के समर्थन के बिना एलओसी पर कोई आतंकी समूह लंबी मुठभेड़ नहीं कर सकता। इन इलाकों में जिस तरह की मुठभेड़ हुई है और भारतीय जवानों को नुकसान हुआ है उससे माना जा रहा है कि पूरी साजिश के पीछे पाकिस्तान है। कश्मीर में आतंकियों को ठिकाने लगाने के लिए पैरा कमांडो लगाए गए हैं। मददगारों का नेटवर्क खत्म करने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन के अलावा आतंकी गुटों के ढांचे ध्वस्त करने के लिए सेना व सुरक्षा बल सघन जंगलों में भी अभियान चला रहे हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, एलओसी के निकट मनकोट, बालाकोट या मेंढर के पास आतंकियों के लांचिंग पैड हैं। सुरक्षा बल इस बार आर-पार के मूड में अभियान चला रहे हैं।