हेलीकॉप्टर से दुल्हनियां लेकर गांव पहुंचा दूल्हा..
उत्तर प्रदेश –वैसे तो जीने के लिए अलग ढंग और अलग रंग हैं और लोग जीते भी हैं तो कोई इस दुनिया में रंग की भूमिका में नजर आ रहा है। ऐसा ही एक मामला रायबरेली में देखने को मिला जब एक दूसरे ने अपनी दुल्हनिया को साथ ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर का इंतजाम कर दिया कर दिया। रिटायर्ड कर्मचारी के व्यवसायी बेटा को हेलीकॉप्टर से दुल्हन लेकर गांव पहुंचा तो स्वागत के लिए लोग उमड़ पड़े।
क्या परिजन, नाते-रिश्तेदार दूल्हा-दुल्हन की एक झलक पाने को लेकर बेताब दिखे। खासकर हेलीकॉप्टर को लेकर लोगों में अधिक मजमा दिखा। पहले दूल्हा-दुल्हन को गांव के मंदिरों में दर्शन कराया गया। फिर रीतिरिवाज के साथ दुल्हन को घर में प्रवेश कराया गया। दूल्हा अभिषेक के बुआ का लड़का अरविंद सिंह पायलट है। अरविंद ने ही हेलटेन एविसन प्राइवेट लिमिटेेड देहरादून से हेलीकॉप्टर बुक कराया था। इसके बाद हेलीकॉप्टर यहां पर पहुंचा और दूल्हा दुल्हन को लेकर गांव पहुंचा।
रायबरेली जिले में खीरों ब्लाक क्षेत्र के पाहो गांव निवासी रामलखन सिंह राठौर चार साल पहले गांव के राजकीय महिला चिकित्सालय से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। रिटायर्ड कर्मचारी का बेटा अभिषेक सिंह राठौर गांव में ही ट्रेडर्स की दुकान चलाता है। अभिषेक की बारात गुरुवार की शाम बड़े धूमधाम से रायबरेली के ही डलमऊ तहसील क्षेत्र के जहानामऊ मजरे घुरवारा पहुंची, जहां परंपरागत रीति-रिवाज से अभिषेक और लक्ष्मी सिंह पुत्री नरेश प्रताप सिंह ने सात फेरे लिए। दूल्हा चार पहिया वाहनों से बारात लेकर पहुंचा था।
को ससुराल से एक किमी दूर कठगर में बने हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर में सवार होकर नवविवाहित जोड़ा पाहो गांव पहुंचा, जहां एक मिनट तक हेलीकाप्टर गांव के चक्कर मारने के बाद पर अमर शहीद बलवान सिंह खेलकूद मैदान में बने हेलीपैड पर उतरा। सबसे पहले कैप्टन ललित और इंजीनियर प्रवीण मिश्रा पहले हेलीकॉप्टर से नीचे उतरे। इसके बाद दूल्हे की बहन नेहा सिंह, बुआ रामेश्वरी सिंह और परिवार की अन्य महिलाओं ने रीति रिवाज के अनुसार पहले वर-वधू का पानी उतार कर बाहर धार दिया। इसके बाद उनकी आरती उतार कर स्वागत करते हुए उन्हें हेलीकॉप्टर से नीचे उतारा, जहां उनका स्वागत किया। इसके बाद चार पहिया वाहन से दूल्हे-दुल्हन को गांव के सभी प्रमुख मंदिरों में दर्शन कराकर दरवाजे पहुंचाया गया, जहां परंपरागत रीति रिवाज के अनुसार नव वर-वधू को घर में प्रवेश कराया गया।