तीसरी लहर को लेकर तैयारी में जुटी सरकार, इन चीजों का किया जाएगा भंडार
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के नए मामलों में बीच-बीच में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसे में मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार कोविड-19 (Covid 19) की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए चिकित्सा से जुड़े उपकरणों को लेकर तैयारी की समीक्षा करने में जुटी है.
रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अंतर्गत फार्मास्यूटिकल विभाग ने एक टास्क फोर्स तैयार की है. टास्क फोर्स ने कोविड-19 से जुड़ी करीब 50 महत्वपूर्ण वस्तुओं का राष्ट्रीय स्तर पर भंडार बनाने का सुझाव दिया है. उन्होंने भारत को चार भौगोलिक क्षेत्रों में बांटकर ये सलाह दी है. इस सूची में वो वस्तुएं हैं, जिसके लिए भारत पूरी तरह आयात पर निर्भर है. जैसे आईसीयू बेड, निगरानी उपकरण, ऑक्सीजन ट्यूब, ऑक्सीजन मास्क, ऑटो डिसेबल सीरिंज सहित और भी कई सामग्री शामिल है.
समिति के अधिकारी ने बताया कि जून में बनाई गई इस टास्क फोर्स ने तीसरी लहर में अनुमानित मामलों के आधार पर मांग की गणना की है. समिति ने मांग और निर्माण की क्षमता के हिसाब से 50 वस्तुओं की सूची बनाई है और इन्हें तीन हिस्सों में विभाजित किया है. लाल यानि अहम और तुरंत जरूरत है. ऑरेंज मतलब कमी पड़ सकती है और हरा यानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. न्यूज 18 ने फार्मास्यूटिकल विभाग की सचिव एस अपर्णा से इस बारे में आधिकारिक पुष्टि लेने के लिए बात करने की कोशिश की लेकिन भेजे गए मैसेज पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
अधिकारियों के मुताबिक सबसे बुरे हालात तब माने जाएंगे जब प्रतिदिन 6 लाख मामले सामने आने लगेंगे. जो दूसरी लहर में पीक के दौरान 2 लाख से ज्यादा था. हालांकि ये असंभव है लेकिन फिर भी तैयारी सबसे बुरी स्थिति को ध्यान में रखकर करनी चाहिए. इसके अलावा दो और अनुमान लगाए गए ते जिसके हिसाब से 3 लाख और 4 लाख प्रतिदिन के मामले लगाए गए थे. टास्क फोर्स ने जो रिपोर्ट तैयार की है वो केंद्र सरकार की बनाई हुई आधिकारिक समीति को सौंपी जाएगी.
टास्क फोर्स में उद्योग प्रमुख जैसे विश्वप्रसाद अल्वा, चिकित्सा उपकरणों के लिए फिकी के सह-अध्यक्ष राजीव नाथ, फोरम समन्वयक, भारतीय चिकित्सा उपकरण उद्योग संघ, हिमांसु बैद, अध्यक्ष, सीआईआई चिकित्सा तकनीक विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र इकाई जैसे एचएलएल, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और अन्य क्षेत्रों को प्रतिनिधि शामिल हैं.
उद्योगों ने केंद्र को तैयारी शुरू करने के लिए सचेत किया
भारतीय चिकित्सा उपकरण औद्योगिक संघ के फोरम समन्वयक राजीन नाथ ने 26 जून को फार्मास्यूटिकल विभाग की सचिव को जो पत्र लिखा है उसके मुताबिक भारत को राष्ट्रीय भंडार बनाने के साथ अन्य सुझावों सहित घरेलू और विदेशी कंपनियां जिनेक पास निर्माण लाइसेंस है उनकी सूची बनाकर तीसरी लहर के आने से पहले उसकी तैयारी कर लेनी चाहिए.
इस समिति का हिस्सा रहे नाथ ने ज्यादा सूचना साझा किए बगैर न्यूज18 को जानकारी दी कि इस पत्र के बाद ही टास्क फोर्स बनाई गई. टास्क फोर्स के अन्य सदस्य ने बताया कि यह स्वास्थ्य मंत्रालय और फार्मास्यूटिकल विभाग की उद्योगों के साथ तैयार की गई रिपोर्ट थी. डाटा फार्मास्युटिकल विभाग के साथ साझा किया गया है.