कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर किसानों ने दी चेतावनी, जब तक समाधान नहीं तब तक कब्ज़ा नहीं
उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में आज दिल्ली - देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर के लिए एनएचआई द्वारा भूमि अधिग्रहण को लेकर की जा रही मनमानी और सरकार की वादाखिलाफी को लेकर सैंकड़ो किसानो ने शामली कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में आज दिल्ली – देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर के लिए एनएचआई द्वारा भूमि अधिग्रहण को लेकर की जा रही मनमानी और सरकार की वादाखिलाफी को लेकर सैंकड़ो किसानो ने शामली कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती तब तक वह अपनी जमीनों पर एनएचएआई को कब्जा नहीं देंगे।
आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली के कलेक्ट्रेट का है जहां पर आज सैकड़ों की तादाद में किसानों ने दिल्ली देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर को लेकर धरना प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि एनएचएआई द्वारा बिना उचित मुआवजा दिए उनकी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है जो कि वह कतई होने नहीं देंगे किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया जाता तब तक एनएचआई उनकी जमीनों पर कब्जा नहीं कर सकता। धरने पर मौजूद गठवाला खाप के थाम्बेदार ने कहा कि सरकार अपनी मनमानी कर रही है करीब 1 महीने पहले हमारी जिलाधिकारी से सभी मुद्दों पर बात हुई थी और जिन मुद्दों पर बात हुई थी उन सभी मुद्दों पर जिलाधिकारी ने अपनी सहमति जताई थी लेकिन एक महीने बाद में किसी भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भी धरने पर पहुंचे जहां पर उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी जमीन का सही मुहावरा नहीं मिल पा रहा है कहीं तो जमीन का मुआवजा 70 लांख है तो कहीं 12 लांख लेकिन सड़क तो एक ही काम करेगी और उस सड़क से सभी गाड़ियां गुजरेगी लेकिन उसमे भी ये भेदभाव कर रहे है।टिकैत ने कहा कि किसान अपने कीमती जमीन दे रहा है और वह विकास में सहयोग कर रहा है नेकी में बाधा बन रहा है लेकिन कम से कम किसान को उसका उचित मुआवजा तो मिलना ही चाहिए।