सीएम के दौरे में उजड़े गरीबों के आशियाने
उत्तर प्रदेश सरकार जहां एक तरफ गरीबों को आवास योजना के तहत छत मुहैया कराने का काम करती है लेकिन वही बांदा के जिला प्रशासन के द्वारा उनको छत तो नहीं दी गई लेकिन उनकी छत को उजाड़ने का काम किया गया है बताते चलें कि यह पूरा वाकिया उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद का है जहां पर सड़क किनारे झुग्गी झोपड़ी बनाकर अपना जीवन यापन करने वाले गरीबों के सर से यहां के प्रशासन के द्वारा उनकी छत छीनने का काम किया गया है जैसा कि सबको पता है कि 10 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का जनपद में दौरा है इसको लेकर मुख्यमंत्री के आने जाने वाले रास्ते मैं पढ़ने वाले तमाम गरीबों के घरों को जिला प्रशासन के द्वारा तोड़ने का काम किया जा रहा है सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर जब उन्हें सड़क किनारे रहने का अधिकार नहीं है तो जिला प्रशासन उन्हें योजनाओं के तहत आवास क्यों नहीं दिलाता यदि जिला प्रशासन के द्वारा इन गरीबों को समय से योजनाओं का लाभ दे दिया जाए तो शायद ऐसा ना होता इतना ही नहीं इन गरीबों के झोपड़ियों को तोड़ते समय जिला प्रशासन के द्वारा गरीबों के साथ अभद्रता व गाली-गलौज तक करने का काम किया गया है यह पूरा वाक्य शहर के सिविल लाइन इलाके में हुआ है जिसको लेकर झोपड़ी में रहने वाले गरीबों के चेहरों में खांसी मायूसी देखने को मिली।