लफ्फाजी के सहारे सियासत की सीढियाँ चढ़ने के दिन अब लद गये : नकवी
रामपुर , केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल समेत चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव ‘सांप्रदायिक वोटों की जागीरदारी बनाम समावेशी विकास की भागीदारी’ के बीच जनादेश की जंग है।
कोरोना टीकाकरण कराने के बाद नकवी ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश का ‘राजनैतिक मूड-मिजाज़’ बदल चुका है। पश्चिम बंगाल सहित चार राज्यों में चुनाव सांप्रदायिक वोटों की जागीरदारी बनाम समावेशी विकास की भागीदारी’ के बीच होगा।
उन्होने दावा किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास और सुशासन का प्रामाणिक ब्रांड बन गए हैं। मोदी ने बिना किसी भेदभाव के ‘समावेशी विकास और सर्वस्पर्शी सशक्तिकरण’ के संकल्प के जरिये हर जरूरतमंद तक विकास की रोशनी पहुंचाने का सफल प्रयास किया है।
नकवी ने कहा कि “लफ्फाजी और बयान बहादुरी” के सहारे सियासत की सीढियाँ चढ़ने-बढ़ने के दिन लद गए हैं। कुछ राजनैतिक दल विरासत पर सियासत को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं। ऐसे ही लोग “कर्म की कसौटी” पर फेल हो रहे हैं।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीआईपी कल्चर की धमक-धाक को ध्वस्त कर राजनीति एवं राजनेताओं को धरती की सियासत का अपने काम करने के तरीकों से सशक्त सन्देश दिया है। यह सबक हमारी सियासी व्यवस्था और लोकतान्त्रिक मूल्यों के लिए बड़े बदलाव का एहसास है।
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नकवी ने कहा कि हम आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, हमें देश की राजनीति के चरित्र को आजादी के महानायकों के सपनों के अनुसार बनाने का बड़ा मौका है।
इससे पहले उन्होने जिले के डालमिया हॉस्पिटल में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ लगवाई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ‘मेड इन इंडिया’ कोरोना वैक्सीन्स बिलकुल सुरक्षित हैं। नकवी ने उन सभी से अपील की, जो वैक्सीन लेने के लिए योग्य हैं, कोरोना की वैक्सीन लगवाएं और भारत को कोरोना मुक्त बनाए।
उन्होने कहा कि कोरोना की चुनौती के एक वर्ष से भी कम समय में भारत में दो स्वदेशी वैक्सीन का आना, देश के वैज्ञानिकों के प्रयासों का परिणाम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देशवासियों की सलामती के संकल्प का पुख्ता प्रमाण हैं।