अनुराग ठाकुर का आरोप, अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के तार सपा से थे जुड़े, फैसला आने के बाद नेता हैं चुप
अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट मामले को लेकर अनुराग ठाकुर ने अखिलेश यादव से मांगा जवाब, कही ये बात
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान में महज एक दिन का समय बचा हुआ है. ऐसे में नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हो चुका है. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अहमदाबाद सीरियल बम विस्फोट मामले को लेकर सपा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि साल 2008 के अहमदाबाद सीरियल बम विस्फोट के तार सीधे यूपी में सपा नेताओं से जुड़े हुए थे. यही वजह है कि कोर्ट का फैसला आने के बाद सपा नेताओं ने चुप्पी साध रखी है.
ये चुप्पी एक बार फिर आतंकियों के संरक्षण की तरफ उंगली उठाती है. अनुराग ठाकुर ने कहा साल 2012 के यूपी चुनाव से सपा के घोषणा पत्र में सीधे-सीधे लिखा था कि मुस्लिम युवाओं के खिलाफ आतंकवाद के जो मामले हैं उन्हें वापस लिया जाएगा और जिन पुलिसकर्मियों ने उनके खिलाफ चार्जिज लगाए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘अखिलेश यादव की सोच ‘मुंह में राम, बगल में आतंकवादी’ वाली है. भारत की ये पहली पार्टी है जिसने 2012 में अपने घोषणा पत्र में कहा था कि अगर उनकी सरकार आती है तो वह मुस्लिम युवाओं पर लगे आतंकवाद के आरोपों को हटा देंगे और उन्हें रिहा कर देंगे. सरकार बनने के बाद इन्होने अयोध्या, काशी में आतंकी हमला करने वाले आतंकवादियों के ऊपर से सारे मुकदमे वापस ले लिए थे.’
अनुराग ठाकुर ने सपा को बताया समाज विरोधी पार्टी
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि सपा ने लखनऊ, रामपुर समेत अन्य जिलों में हुए आतंकी हमलों के आरोपियों को भी बचाया था. ये समाजवादी नहीं समाज विरोधी पार्टी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों को और उनके परिवारों को संरक्षण देने का काम सिर्फ और सिर्फ सपा करती है. सपा ने आजमगढ़ में आतंकवाद को बढ़ावा दिया है. इसके साथ उन्होंने कहा कि आजमगढ़ को इन्होने आतंकवादियों का गढ़ बना दिया. उन्हें एसटीएफ व पुलिस पर भरोसा नहीं है.
योगी ने भी साधा सपा पर बोला हमला
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी शनिवार को सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकारों में किसान आत्महत्या करता था, गरीब भूख से मरता था, जंगल राज की स्थिति थी, अपराधी सत्ता पर हावी था और कानून का संचालन हिस्ट्रीशीटर करते थे. वहीं साल 2017 से पहले चारों तरफ अराजकता का माहौल था. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद बम धमाके में कोर्ट ने 38 आरोपियों को दोषी पाया और कुछ को फांसी की सजा भी सुना दी है. इसमें से एक आतंकवादी का परिवार सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ वोट मांगते हुए देखा गया है.