महाराष्ट्र में किसानों की कर्ज माफी जल्द, उद्धव ठाकरे ने पहली कैबिनेट में दिए संकेत
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद उद्धव ठाकरे ने सहयाद्री गेस्ट हाउस में अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक की। बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी दी। बैठक और प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई, कांग्रेस के मंत्री बालासाहेब थोराट और नितिन राउत और राकांपा के मंत्री छगन भुजबल और जयंत पाटिल मौजूद रहे।
प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि ये सरकार आम जनता के लिए काम करेगी। जनता का आशीर्वाद बना रहना चाहिए। इसके बाद उन्होंने किसानों की कर्जमाफी पर जल्द फैसले का वादा किया। उन्होंने कहा कि ‘महाराष्ट्र के किसानों से अब तक धोखा हुआ है।’ उन्होंने बैठक में सचिवों से बेमौसम बारिश से खस्ताहाल किसानों को लेकर दो दिन में रिपोर्ट मांगी है। ठाकरे ने बताया कि मुख्य सचिव से किसानों को लेकर जानकारी मांगी गई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों की खुशहाली के लिए काम करेगी।
शिवाजी किले के लिए 20 करोड़ रुपये
इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने इस बैठक में रायगढ़ में शिवाजी किले के लिए 20 करोड़ रुपये देने का एलान किया है। इसके अलावा महाराष्ट्र में मूल निवासियों की नौकरी के लिए कानून में बदलाव लाने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि मौजूदा और नई कंपनियों में 80 फीसदी स्थानीय निवासियों को नौकरी का प्रावधान रखा जाएगा ।
बता दें कि बैठक में सरकार और गठबंधन में सही तालमेल के लिए 6 मंत्रियों की एक समिति बनाई गई। इसको लेकर एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि सरकार में सीएम सहित 6 मंत्रियों की एक समन्वय समिति होगी। एक बाहरी समिति होगी, जो अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकार का मार्गदर्शन करेगी।
महाराष्ट्र की जनता की मांग
उल्लेखनीय है कि ठाकरे सरकार बनते ही महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें वादे याद दिलाने शुरू कर दिए। ठाकरे सरकार की पहली कैबिनेट बैठक के दौरान जनता ने उनसे आरे कॉलोनी और पीएमसी जैसे मुद्दों में न्याय की मांग करनी शुरू कर दी। बता दे कि आरे कॉलोनी और पीएमसी घोटाले को लेकर शिवसेना बीजेपी के खिलाफ खुलकर सामने आई थी।