पवार परिवार के एक होने की राह के बीच ठाकरे परिवार भी एक होने की राह पर!
महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार की शुरुआत के साथ ही ठाकरे परिवार में सुलह की उम्मीद भी जागने लगी है। 23 नवंबर को एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच टकराव के बाद दोबारा सुलह के साथ पवार परिवार फिर एक हो गया। पवार परिवार के बाद अब ठाकरे परिवार सुलह की तरफ देख रहा है। और इसकी तरफ कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में ठाकरे भाई एक साथ नज़र आए।
उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में देश के दिग्गज नेताओं के साथ जिस नेता की उपस्थिति सबसे ज़्यादा चर्चा का विषय रही, वो थे एमएनस प्रमुख राज ठाकरे थे। उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे वहीं नेता हैं जिन्होंने उद्धव की शिवसेना में ताजपोशी के खिलाफ पार्टी और परिवार दोनों से बगावत कर दी थी। सालों से दोनों भाइयों के बीच राजनीति की दीवार खड़ी थी। हालाँकि शपथ ग्रहण समारोह में यह दीवार ढहती नज़र आई। राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में पहली कतार में दिग्गज नेताओं के साथ बैठे थे।
अजित पवार की तरह अब “राज ठाकरे” की भी घर वापसी हो जानी चाहिये,क्यूँ के सवाल सिर्फ़
“परिवार” का नहीं, अब इस “देश” को बचाने का है.@OfficeofUT @rautsanjay61 @AUThackeray— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) November 29, 2019
जानकारी के अनुसार उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच सुलह को लेकर कोई सीधी बात नहीं हुई है। लेकिन परिवार के कुछ लोगों ने राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे को एक साथ लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इस काम में परिवार और पार्टी के साथ-साथ फिल्म और राजनीति से जुड़े लोग भी पहल कर रहे हैं। बता दें कि कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने अपने एक ट्वीट में अजित पवार की तरह राज ठाकरे की भी घरवापसी की कामना की। उन्होंने दोनों भाइयों का साथ आना समय की ज़रुरत बताया।