यूपी के 7 शहरों में खास सुविधाओं के साथ बनेंगे टेक्सटाइल पार्क, जानें कहा बनेंगे
नोएडा में टेक्सटाइल पार्क बनाने के लिए 150 एकड़ जमीन का आवंटन किया जा चुका
नोएडा. हाल के कुछ वर्षों में बांग्लादेश, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देश प्रमुख कपड़ा उत्पादकों के रूप में उभरे हैं. यूपी सरकार की मंशा इन देशों से आगे निकलने की है. सरकार का मानना है कि प्रदेश में टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर में विस्तार की बहुत संभावनाएं हैं. इसी के चलते यूपी में पूर्ण रूप से इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्कों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. इसी के चलते जल्द ही यूपी में 7 टेक्सटाइल पार्क खोले जाने की तैयारी चल रही है. गौरतलब रहे नोएडा में टेक्सटाइल पार्क बनाने के लिए 150 एकड़ जमीन का आवंटन किया जा चुका है.
जानिए यूपी में यहां बनेंगे इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क
यूपी सरकार की योजना के तहत मेरठ, आगरा, झांसी, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ और कानपुर रीजन में टेक्सटाइल पार्क खोले जाने की योजना पर काम चल रहा है. यहां निजी क्षेत्र के सहयोग से इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क बनाए जाएंगे. पार्क में रेडीमेड फैक्ट्री शेड-भूखंड, वेयरहाउसिंग सुविधाएं, टूल रूम, रॉ मैटेरियल बैंक, टेस्टिंग और शोध व अनुसंधान के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर होगा.कौशल उन्नयन केंद्र, ट्रक टर्मिनल व पार्किंग सुविधाएं, मशीनों की रिपेयरिंग के लिए दुकानें, कर्मचारियों के लिए डॉरमेट्री या हॉस्टल, इनक्यूबेशन सेंटर, फैशन इंस्टीट्यूट व ट्रेनिंग सेंटर आदि होंगे. हथकरघा और वस्त्रोद्योग विभाग पार्क आदि बनाने वाले निवेशकों को आवश्यक सहयोग देने के साथ निजी औद्योगिक पार्कों के लिए घोषित राज्य सरकार की नीति के लाभ दिलाने में मदद करेगा.
टेक्सटाइल पार्क में आ रही हैं इतनी कंपनियां
यूपी सरकार ने सूबे को उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने के लिए काम शुरु कर दिया है. इसी कड़ी में यमुना अथॉरिटी ने नोएडा में अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर की स्थापना के लिए 150 एकड़ जमीन का आवंटन कर दिया है. इस तरह से नोएडा में यूपी का पहला टेक्सटाइल पार्क बनने जा रहा है. टेक्सटाइल पार्क में कुल 152 कंपनियां अपनी फैक्ट्री लगाएंगी.कंपनियों के आने से नोएडा में करीब 8365 करोड़ रुपए का इंवेस्टमेंट होगा. वहीं यह कंपनियां लगभग पांच लाख लोगों को रोजगार देंगी. जानकारों की मानें तो 2022 के पहले महीने में टेक्सटाइल और गारमेंट की 91 फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. 91 फैक्ट्रियों में करीब 2 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.