तेलंगाना के मंत्री का तालिबानी ऐलान

श्रम मंत्री बोले- 6 साल की बच्ची के रेप और मर्डर के आरोपी को छोड़ने का सवाल ही नहीं, उसे पकड़ेंगे और एनकाउंटर में मारेंगे

तेलंगाना के श्रम मंत्री मल्ला रेड्डी के एक बयान ने सभी को चौंका दिया है। रेड्डी ने रेप के आरोपी को एनकाउंटर में मारने का ऐलान जनता के बीच कर दिया है। वे मंगलवार को मेडचल-मलकाजगिरि जिले में एक इवेंट में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान जब उनसे मीडिया ने 6 साल की बच्ची से रेप और उसके मर्डर के सिलसिले में सवाल किया, तब उन्होंने ये बयान दिया।

रेड्डी ने कहा- रेप करने वाला 30 साल का आरोपी जरूर पकड़ा जाएगा और उसे एनकाउंटर में मार दिया जाएगा। उसको छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। बच्ची को न्याय दिलाने के लिए इस मामले का ट्रायल तेजी से होगा। हम पीड़ित के परिवार से मिलेंगे। उनकी मदद करेंगे और मुआवजा भी दिया जाएगा।

कांग्रेस सांसद भी कह चुके एनकाउंटर की बात
रेड्डी ही नहीं, मलकाजगिरि के कांग्रेस सांसद ने भी आरोपी के एनकाउंटर की बात कही थी। उन्होंने यह बयान तब दिया था, जब वे पीड़ित के परिवार से मिलकर लौट रहे थे।

पड़ोसी पर ही बच्ची से रेप और हत्या का आरोप
बच्ची से रेप और उसकी हत्या 9 सितंबर को हुई थी। उसका शव एक बंद घर में मिला था। इस मामले में पड़ोस का एक व्यक्ति आरोपी है। तेलंगाना पुिलस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए 15 टीमें बनाई हैं और इन टीमों को महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में भेजा गया है। पुलिस ने इस आरोपी के बारे में कोई भी जानकारी देने वाले को 10 लाख का इनाम देने का ऐलान भी किया था। इस जघन्य हत्याकांड के विरोध में हैदराबाद में कैंडल मार्च भी निकाला गया था।

2 साल पहले दिशा रेप केस के आरोपियों का भी हुआ था एनकाउंटर
तेलंगाना में 27 नवंबर 2019 को अस्पताल से घर लौट रही वेटरनरी डॉक्टर से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इसके बाद डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी और दुष्कर्मियों ने शव को जला दिया था। इस मामले में आरोपी चार लॉरी ड्राइवरों और क्लीनरों का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था। एनकाउंटर शादनगर स्थित चतनपल्ली में वहीं हुआ था, जहां दुष्कर्मियों ने डॉक्टर की लाश को जला दिया था। सुबह जैसे ही यह खबर फैली, सड़क से लेकर संसद और सोशल मीडिया तक लोगों ने पुलिस की तारीफ की थी, लेकिन पुलिस के तरीके पर भी सवाल उठने लगे।

घटना के करीब 10 घंटे बाद तेलंगाना के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार सामने आए थे और कहा था, ‘कानून ने अपना काम किया। यह एनकाउंटर नहीं था। हम चाहते थे कि आरोपी सरेंडर करें, लेकिन वे नहीं माने और क्रॉस फायरिंग में मारे गए।’

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