Tejashwi Yadav : ‘पता नहीं नीतीश कुमार को क्या हो जाता है’
Tejashwi Yadav ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह समझ नहीं आ रहा है कि उन्हें प्रधानमंत्री से बिहार की बाढ़ के लिए सहायता मांगनी चाहिए।
पटना। Tejashwi Yadav ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना
बिहार में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर, नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है। तेजस्वी ने यह भी याद दिलाया कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने बाढ़ के दौरान कितनी सक्रियता दिखाई थी।
Tejashwi Yadav ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह समझ नहीं आ रहा है कि उन्हें प्रधानमंत्री से बिहार की बाढ़ के लिए सहायता मांगनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या नीतीश को यह याद नहीं है कि बिहार भारत का हिस्सा है। यह तंज उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, जिसमें उन्होंने नीतीश की झिझक पर गहरी नाराजगी व्यक्त की।
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तेजस्वी ने 2008 की घटना का जिक्र किया, जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी और उनके पिता लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। उस समय, लालू के आग्रह पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार की बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण किया था।
लालू प्रसाद ने उस समय बाढ़ राहत के लिए एक हजार करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता दिलवाई थी। तेजस्वी ने कहा कि यह लालू की पहल थी, जिसने बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराने में मदद की। उन्होंने बताया कि उस समय, लालू ने अपनी एक महीने की सैलरी और एक प्रतियोगिता में जीते एक करोड़ रुपये भी बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए दिए थे।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि अगर आज की सरकारें इस तरह की सक्रियता दिखातीं, तो शायद बिहार के लोगों को राहत मिलती। उनका यह बयान बाढ़ पीड़ितों की दुर्दशा पर केंद्रित है और वे चाहते हैं कि सरकार त्वरित और प्रभावी कदम उठाए।
बिहार में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है, और तेजस्वी का यह बयान उस समय आया है जब लोग राहत और बचाव कार्य की उम्मीद कर रहे हैं। तेजस्वी यादव की टिप्पणियों ने राजनीतिक चर्चा को फिर से गर्म कर दिया है, और अब देखना यह होगा कि क्या नीतीश कुमार और उनकी सरकार इस मामले में कोई कदम उठाती है।
तेजस्वी यादव का यह बयान न केवल उनके पिता के कार्यों की याद दिलाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि वे बिहार के लोगों की समस्याओं को लेकर कितने गंभीर हैं।