बिहार में कम कोरोना टेस्टिंग को लेकर तेजस्वी यादव ने फिर साधा बिहार सरकार पर निशाना, कह दी ये बड़ी बात..
पूरे देश भर में कोरोनावायरस तबाही मचा रहा है। हर दिन कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में अगर बिहार की बात करें तो यहां पर अब कोरोनावायरस की स्थिति और खराब होती जा रही है। यहां पर कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में विपक्ष लगातार नीतीश कुमार सरकार पर हमला भी बोल रहा है।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर कोरोनावायरस को लेकर निशाना साधा है। बिहार चुनाव करीब है और विपक्ष लगातार यही मौका ढूंढ रहा है कि बिहार सरकार पर कैसे हमला किया जाए। ऐसे में कोरोनावायरस को लेकर तेजस्वी यादव लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे हैं। ऐसे में तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार को कम टेस्ट करवाए जाने को लेकर निशाना साधा है।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि बिहार जैसे घनी आबादी वाले राज्य में अभी तक मात्र 0.35 फ़ीसदी लोगों का टेस्ट कराया गया है। प्रति दस लाख मात्र 3508 लोगों की जांच हो रही है जो देश में सबसे कम है। इसे 40 दिन में प्रतिदिन जांच का औसत सिर्फ 3158 है। तेजस्विनी ने कहा है कि पिछले दो हफ्ते से हो रहे एंटीजन टेस्ट को छोड़ दें तो आज भी बमुश्किल 3000 टेस्ट ही हो रहे हैं।
इसके बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि जुलाई महीने में बिहार का पॉजिटिविटी रेट 12.54 फ़ीसदी है जो देश में सबसे ज्यादा है। आरजेडी नेता ने कहा कि कोरोनावायरस जुलाई के महीने में अब तक के 25 दिन में ही 159 लोगों की मौत हुई है। यानी प्रतिदिन छह लोगों की मौत हो रही है। तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि बगैर टेस्ट और उपचार कराए भी लोग मर रहे हैं। इनकी गिनती ही नहीं की जा रही।
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार को अब तो गंभीर हो जाना चाहिए। बता दें कि कोरोनावायरस की टेस्टिंग को लेकर लगातार विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है। वहीं बिहार इस वक्त दो बड़ी समस्याओं से जूझ रहा है। पहला जो कि पूरी दुनिया भर में फैल रही है कोरोनावायरस महामारी। दूसरा बाढ़। बिहार में इस समय 12 जिले बाढ़ से ग्रसित है। जिससे सरकार को निपटना पड़ रहा है। हालांकि विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहा है।