तेजस्वी, तेजप्रताप बिहार की शादियों में हो रहे शामिल, सामने आई तस्वीरें
बदलते परिवेश के साथ राजनीति के मायने भी बदलते जा रहे हैं कल तक लोग राजनीति में सेवा के लिए आते थे लेकिन अब हालात बदल चुके है अब राजनीति में लोग मेवा खाने के लिए आ रहे हैं। अब लोग धन बल लगाकर नेता बन जाते हैं लेकिन लोगों के दिलों में राज कायम करना बहुत मुश्किल काम है बिहार की राजनीति की बात कर ली जाये तो लालू यादव एक ऐसे नेता हैं जिन्हें छोटे बच्चे से लेकर देश विदेश के लोग जानते है तक जानते हैं कारण है कि लालू का अंदाज ही निराला है.
लालू जब मुख्यमंत्री हुआ करते थे तो किसी के भी घर में सीधे चले जाते थे और किसी के बच्चे को गोद में उठा लेते थे किसी से खैनी मांग कर खा लेना लेना यह अंदाज के लिए हमेसा चर्चाओं में बने रहते थे लालू यादव वर्तमान में चारा घोटाले मामले में जेल में बंद है लेकिन बिहार की राजनीति लालू से शुरू होती और लालू पर जाकर खत्म होती है लालू के दो लाल हैं तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव है.
बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की बात कर ली जाए तो तेज प्रताप यादव का अंदाज पूरी तरह हूबहू लालू प्रसाद यादव की तरह है अपने अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं कभी कृष्ण बन जाते हैं तो कभी वह शंकर भगवान का रूप धारण कर लेते हैं कभी वह बांसुरी बजाने लगते हैं तेज प्रताप यादव अलग मूड के इंसान हैं अगर आपको परेशानी आ जाए तो आपके लिए लड़ने को पूरी तरह से फ्रंट पर खड़े हो जाएंगे तेजप्रताप कई बार ऐसी घटनाक्रम सामने भी आई है और लोगो के लिए किसी से टकराने को तैयार हो गए है.
तेजप्रताप बिहार के लोग इस बात से भी अवगत है कहने वाले लोग कहते है लालू के रास्ते पर तेज प्रताप चल रहे हैं राजद के उत्तराधिकारी तेजस्वी के हाथों में दी गई है तेजस्वी लालू के छोटे लाल है और हर बातों को गंभीरता से बोलते है 2020 का चुनाव हुआ जिसमें बागडोर भले ही तेजस्वी यादव के हाथों में दी गई थी 2020 के चुनाव में राजद को मुँह की खानी पड़ी तेजस्वी का सीधे मुकाबला नरेंद्र मोदी नीतीश कुमार तमाम बड़े लीडर के सामने था लेकिन तेजस्वी ने तमाम बड़े नेताओं को छक्के छुड़ा दिये तेजस्वी यादव ने करा टक्कर देने का काम किया भले ही तेजस्वी यादव जीत हासिल नहीं कर पाए लेकिन उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि वह लीडर बन चुके है और 56 इंच वाले पीएम पर भी भारी पर चुके है और लालू यादव का जोश भी उनमें है तेजस्वी यादव भले ही हार गये लेकिन उन्होंने संकेत दे दिया इतना आसान नही लालटेन को बुझा देना और तेजस्वी यादव हार के बाद भी पूरी तरह से मजबूत दिख रहे है उन्होंने कहा था कि भले ही चुनाव आयोग के सामने एनडीए की जीत हुई हो लेकिन जनता ने हमें जिताने का काम किया और बेईमानी से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हैं 2022 में लोकसभा का चुनाव और 2022 के लोकसभा चुनाव को लेकर लगातार अभी से ही तैयारी है तेजस्वी यादव कर रहे है.
बिहार की राजनीति की मिट्टी को अच्छी तरह से समझते हैं वह समझते हैं कि अगर जीतना है लोगों के दिल में रहना है तो लोगों के साथ रहना पड़ेगा इसी कारण 2020 के चुनाव के बाद दोनों भाई लगातार जनता के साथ है और जनता के दिल में जगह बनाने का काम कर रहे हैं उनको यह मंत्र खुद लालू यादव ने दिया है लालू यादव ने मंत्र दिया है जब तक जनता का साथ है तब तक आप मजबूत है
जनता के बीच रहना है जनता के दिलों में राज करना है तो जनता के सुख दुख में आपको रहना पड़ेगा शादियों का मौसम है तो लाजमी है तैयारियां भी है बिहार से लेकर गाजीपुर तक कहीं भी शादी हो तेजस्वी पहुंचने लगे हैं तेज प्रताप की एक और खासियत है कि जब भी किसी का भी कोई भी दुख होता है तो तेज प्रताप यादव तेजस्वी के पहले पहुंच जाते हैं कोरोना का जब कोहराम था तो तेज प्रताप यादव ने लोगों को खाना खिलाने का काम किया था तेज प्रताप लगातार लोगों के बीच में रहते हैं अब वही तेजस्वी भी अपने पिता से मंत्र लेने के बाद लोगों के बीच में रह रहे हैं कोई भी शादी का निमंत्रण आता है वह बिहार से बाहर क्यों ना हो दोनों भाई उसे में पहुंचते हैं और वर-वधू को आशीर्वाद देते हैं तो आप समझ सकते होंगे कि बिहार की राजनीति में भले ही दोनों भाई मात खाये हो लेकिन लोगो के दिलो में रहने का कोई अवसर नही छोड़ रहे है 2020 के चुनाव में तेजस्वी भले ही हार गये लेकिन बिरोधियो को उन्होंने बता दिया बाजीगर मैं ही हुँ।