एमएलसी चुनाव में तेजस्वी ने कांग्रेस को साफ़ तौर पर सीट देने से किया इनकार
कांग्रेस से नाराज तेजस्वी ने एमएलसी चुनाव में उन्हें सीट देने से किया मना
पटना: बिहार में 24 सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव में महागठबंधन के घटक दलों में सीट बंटवारे का पेंच फंसा हुआ है. राजद की ओर से जहां तेजस्वी यादव ने साफ तौर पर कह दिया है कि हम कांग्रेस को एक भी सीट नहीं देंगे, वहीं कांग्रेस को अब भी भरोसा है कि राजद उन्हें सम्मानजनक सीट दे देगा. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने रविवार को कहा कि शनिवार को हम लोगों की राजद सुप्रीमो लालू यादव से दिल्ली में मिलने की योजना थी. इसी के लिए बिहार से कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली आया था, लेकिन हम देर शाम तक इंतजार करते रह गए लेकिन राजद सुप्रीमो की ओर से मिलने का समय मिलना तो दूर फोन तक नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने आलाकमान की ओर से उन्हें, अजीत शर्मा और अखिलेश प्रसाद सिंह को दिल्ली बुलाया था.
लालू यादव ने नहीं की बिहार कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि बिहार में एमएलसी सीटों के बंटवारे पर एक बार लालू यादव से बात की जानी चाहिए. जब हमारी ओर से लालू यादव को फोन लगाया तो फोन नहीं उठाया गया. वहीं शाम में मीडिया से ही हमें पता चला कि राजद ने अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है.
राजद के रवैये से मायूस मदन मोहन झा का कहना है कि पूर्व में लालू यादव ने कांग्रेस को सम्मानजनक सीटें देने की बात कही थी. हमें उनकी बातों पर अब भी विश्वास है. जब तक हमारी राजद से कोई बात नहीं हो जाती हम लालू के पुराने आश्वासन पर सीट मिलने की उम्मीद लगाए हैं. जब तक बात नहीं होती तब तक हम लोग कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.
बिहार में महागठबंधन के भविष्य पर झा ने कहा कि राजद के साथ आगे रहना है या नहीं यह कांग्रेस आलाकमान का निर्णय होगा. उन्होंने कहा कि हमने राजद पर सीटों को लेकर कोई दबाव नहीं बनाया है. पिछली बार कांग्रेस ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार राजद ने दो सीटें देने की बात की तो हम उस पर भी तैयार थे. लेकिन राजद की ओर से अब कुछ नहीं कहा जा रहा है.
तेजस्वी ने कहा कांग्रेस को नहीं देंगे सीट
वहीं, तेजस्वी यादव ने साफ तौर पर कह दिया है कि राजद का लेफ्ट पार्टियों के साथ समझौता हो गया है. हमने अपने उम्मीदवार घोषित करने शुरू कर दिए हैं. जल्द ही वे पटना पहुंचने के बाद लेफ्ट के साथ सीटों और उम्मीदवारों की घोषणा कर देंगे. दरअसल बिहार में कुछ महीने पूर्व दो सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हुआ था. उस दौरान राजद और कांग्रेस ने एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी उतारे थे और जमकर बयानबाजी हुई थी.
यहां तक कि लालू यादव ने तब कांग्रेस नेता भक्त चरण दास को भकचोन्हर (बेवकूफ) दास कह दिया था. इसे लेकर काफी बवाल हुआ था. उपचुनाव में दोनों सीटों पर राजद की हार हुई थी. माना जा रहा है कि तेजस्वी उस हार के लिए कांग्रेस से नाराज हैं. इसी कारण अब वह कांग्रेस को सबक सिखाने के लिए एमएलसी चुनाव में एक भी सीट नहीं देना चाहते हैं.