पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने CM से पूछा- आप हमारे साथ संघी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे?
तेजप्रताप ने अंतरात्मा को जगाकर जल्दी जवाब देने को कहा।
लालू प्रसाद के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जल्दी जवाब देने को कहा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि- ‘ जिनकी कृपा दृष्टि से आप कुर्सी पर काबिज हैं अगर उन्होंने आपके आग्रह को नहीं माना तो क्या आप हमारे साथ इस संघी सरकार के खिलाफ पटना की सड़कों पर उतरेंगे? कुंभकर्णी नींद में सोयी अपनी अंतरात्मा को जगाकर जल्दी जवाब दीजिए। ‘
नीतीश के लिखे का ही जवाब दिया
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 26 जुलाई से शुरू होने वाला है। इसलिए तेजप्रताप यादव ने नीतीश कुमार से जल्दी से जवाब मांगा है और साथ आकर जातीय जनगणना पर आंदोलन करने का ऑफर दिया है। तेजप्रताप ने इस पर जवाब मांगते हुए नीतीश कुमार का वह ट्वीट भी डाला है जिसमें नीतीश कुमार ने कहा है कि- ‘ हमलोगों का मानना है कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। बिहार विधान मंडल ने दिनांक 18-02-19 और पुनः बिहार विधान सभा ने दिनांक 27-02-20 को सर्वसम्मति से इस आशय का प्रस्ताव पारित किया था तथा इसे केन्द्र सरकार को भेजा गया था। केन्द्र सरकार को इस मुद्दे पर पुनर्विचार करना चाहिए।’
तेजस्वी भी कर चुके हैं सवाल
तेजप्रताप यादव के ट्वीट से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार से सवाल किया था और कहा था कि- ‘केन्द्र सरकार में आपकी हिस्सेदारी है। आपके कैबिनेट मंत्री हैं फिर भी अनुनय विनय कर रहे हैं?’ तेजस्वी ने जाति जनगणना की मांग करते हुए ही नीतीश कुमार को नसीहत दी थी।
लालू-राबड़ी राज में कोई प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ?
तेजप्रताप यादव की अपील पर पूर्व मंत्री और JDU नेता नीरज कुमार ने कहा कि तेजप्रातप यादव अपने माता-पिता से पूछ लें कि किसी जनहित के मुद्दे पर सर्वसम्मति से कोई प्रस्ताव पास करवाए हैं क्या? उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपी देश में सेक्युलरिज्म की रक्षा नहीं कर सकते।